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पुराने कब्ज का परमानेंट रामबाण इलाज एवं उपचार Purani Kabj Ka Parmanent Ramban Ilaj or Upchar Hindi Me (eBook)

Ayurvedic Homeopathic Naturopathy और Yoga से kabj का इलाज
Type: e-book
Genre: Medicine & Science, Diet & Health
Language: English, Hindi
Price: ₹49
(Immediate Access on Full Payment)
Available Formats: PDF

Description

कब्ज Kabj, KabjIyat Constipation को परमानेंट ठीक करने के लिए Ramban Gharelu Nuskha, Upay, Ayurvedic Dawa, Homeopathic Medicine और Kabj के लिए Yogasan एवं Naturopathy से इलाज करें ।

कब्ज Constipation-
कब्ज एक आम रोग है, जो ऐसे पदार्थों का सेवन करने से उत्पन्न होता है जिससे मल त्याग करने में कठिनाई होती है। अधिक भोजन करने के बाद अधिक समय तक एक ही जगह पर बैठे रहने से, मानसिक चिंता, तनाव, डर, गरिष्ठ भोजन, अधिक रात तक जागना, आलस्य के मारे मल त्याग करने न जाना इत्यादि इस रोग के मुख्य कारण हैं।

पेट में कब्ज आज के समय का एक साधारण रोग है। आज बहुत से लोग कब्ज रोग से परेशान रहते हैं। कब्ज रोग व्यक्ति के स्वयं के खान-पान में असावधानी रखने का ही परिणाम है। कब्ज उत्पन्न होने का मुख्य कारण अधिक मिर्च-मसाले वाला भोजन करना, कब्ज बनाने वाले पदार्थों का सेवन करना, भोजन करने के बाद अधिक देर तक बैठना, तेल व चिकनाई वाले पदार्थों का अधिक सेवन करना आदि हैं। पेट में कब्ज बनने पर विभिन्न प्रकार के विकार शरीर में उत्पन्न होने लगते हैं। कब्ज के कारण मुंह में घाव, छाले आदि उत्पन्न हो जाते हैं। कब्ज बनने पर शौच खुलकर नहीं आती, जिससे पेट में दर्द होता रहता है। यदि कब्ज का इलाज जल्दी से न कराया जाए तो यह फैलकर अन्य रोग उत्पन्न करने का कारण बन सकता है ।

कब्ज के कारण/पेट में कब्ज होने का कारण:-
समय पर भोजन न करना, बासी और अधिक चिकनाई वाला भोजन, मैदा आदि से बनाया गया मांसाहारी भोजन, भोजन में फाइबर की कमी, अधिक भारी भोजन अधिक खाना, शौच को रोकने की आदत, शारीरिक श्रम न करना, विश्राम की कमी, मानसिक तनाव (टेंशन), आंतों का कमजोर होना, पानी की कमी, गंदगी में रहना, मादक द्रव्यों का सेवन, एलोपैथी दवाइयों के दुष्प्रभाव के कारण, भोजन के साथ अधिक पानी पीने, मिर्च-मसालेदार तथा तले हुए पदार्थ जैसे-पूरी-कचौड़ी, नमकीन, चाट-पकौड़े खाने, अधिक गुस्सा, दु:ख आलस्य आदि कारणों से कब्ज हो जाती है।

कब्ज के लक्षण/कब्ज से होने वाली बिमारी:-
सिर में दर्द होना, अरुचि होना, अस्वच्छंदता, बवासीर होना, गृध्रसी वात, मलत्याग करने में अधिक परेशानी होना, मलत्याग करने पर बहुत कम मल निकलना, कभी-कभी तो कई दिनों तक मलत्याग न होना, मल कठोर या गांठ के रूप में होना, मलत्याग करने की इच्छा होना लेकिन शौच करने के लिए बैठने पर मलत्याग न होना, मल के साथ खून आना आदि।

कब्ज का इलाज घरेलू उपाय, उपचार और नुस्खा:-
- अजवायन और कालानमक को पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को पानी के साथ पीने से पेट के दर्द में आराम देता है।
- सौंफ का चूर्ण रात को खाकर ऊपर से पानी पीने से कब्ज दूर होती है।
- छोटी हरड़ 2 से 3 रोजाना चूसने से कब्ज मिटती है।

कब्ज का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज एवं उपचार हिन्दी में:-
- सनाय की 50 ग्राम पत्ती, 100 ग्राम सौंफ और 20 ग्राम मिश्री का चूर्ण बनाकर रख लें। 10 ग्राम चूर्ण गर्म पानी के साथ खाने से कब्ज के रोग में राहत मिलती है।
- 2 चम्मच गाय का पेशाब रोजाना पीने से कब्ज में लाभ होता है।
- गेहू के पौधे का रस पीने से कब्ज दूर होती है।
- रात को सोते समय एक कप गर्म दूध में 5 मिलीमीटर घी मिलाकर मिश्री के साथ सेवन करने से कब्ज में लाभ मिलता है।
- सरसों के तेल से पेट की मालिश करने से कब्ज दूर हो जाती है।
- 1 चम्मच त्रिफला के चूर्ण को गर्म पानी के साथ सोने से पहले सेवन करने से कब्ज में आराम मिलता है।
- खाली पेट सेब छिलके सहित खाने से कब्ज ठीक हो जाती है।
- गर्म दूध के साथ ईसबगोल की भूसी या गुलकंद लेने से शौच खुलकर आता है। बवासीर रोग से ग्रस्त रोगियों को भी इसका सेवन करना चाहिए। गाय का ताजा दूध तलुवों पर रगड़ने से बवासीर में राहत मिलती है।
- कब्ज से तत्काल राहत के लिए नींबू का रस गर्म पानी में मिलाकर रात के समय पीने से शौच साफ आती है ।

पुरानी से पुरानी कब्ज का रामबाण इलाज:-
- त्रिफला गुग्गुल की 2-2 गोलिया दिन में 3 बार (सुबह, दोपहर और शाम) गर्म पानी के साथ देने से पुरानी कब्ज़ मिट जाती है।
- पके टमाटर के रस का सूप 1 कप प्रतिदिन पीने से आंतों में जमा हुआ सूखा मल मुक्त होता है और पुराना कब्ज खत्म हो जाता है।
- अजवायन 10 ग्राम, त्रिफला 10 ग्राम और सेंधानमक 10 ग्राम को बराबर मात्रा में लेकर कूटकर चूर्ण बना लें। रोजाना 3 से 5 ग्राम इस चूर्ण को हल्के गर्म पानी के साथ सेवन करने से काफी पुरानी कब्ज समाप्त हो जाती है।

कब्ज की होम्योपैथिक मेडिसिन और दवा द्वारा इलाज एवं उपचार:-
- यदि कब्ज की समस्या होने के कारण से आंतों की अनियमित-गति हो तो नक्स वोमिका औषधि ही अधिक उपयोगी है ।
- पुरानी कब्ज की समस्या होने के साथ ही बार-बार मलत्याग करने की इच्छा होना लेकिन मलत्याग करने पर मल पूरा न निकलना और बवासीर हो जाना। इस अवस्था में रोग को ठीक करने के लिए सल्फर औषधि की 30 या 200 शक्ति का उपयोग करना चाहिए।

कब्ज दुर करने के लिए योगासन:-
कब्ज रोग को ठीक करने के लिए पानी पीकर कई प्रकार के आसन करने से कब्ज रोग ठीक हो जाता है- सर्पासन, कटि-चक्रासन, उर्ध्वहस्तोत्तोनासन, उदराकर्षासन तथा पादहस्तासन आदि।

नोट: - कब्ज को ठीक करने के लिए ऐलोपैथिक दवा का उपयोग ना करे ।

Book Details

Number of Pages: 125
Availability: Available for Download (e-book)

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पुराने कब्ज का परमानेंट रामबाण इलाज एवं उपचार Purani Kabj Ka Parmanent Ramban Ilaj or Upchar Hindi Me

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