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जीवन केवल एक बार है और हर कोई एक सुंदर और समृद्ध जीवन की कामना करता हैं । जीवन में चार महत्वपूर्ण स्तंभ हैं जिनका समृद्ध जीवन के लिए होना आवश्यक है अर्थात् प्रेम, प्रचुरता , सफलता और खुशी । ईश्वर ने इंसान को सोचने की शक्ति प्रदान की है। यह सोचने की शक्ति वह कारक है जो हमारे जीवन को बना या बिगाड़ सकती है। अधिकांश लोग जो जीवन में चाहते हैं , कही न कही उनके विचारों की स्पष्टता का अभाव होता है, उनके विचार कहीं गुम, भ्रमित, अस्थिर और पाखंडी होते है और इस कारण से वे अपनी इच्छाओं को पाने में सफल नहीं होते हैं। ये लोग अस्थिर वातावरण को आकर्षित करते हैं जो प्रेम, प्रचुरता , सफलता और खुशी के कारकों को असुरक्षित बनाते है और उनके जीवन में कमी बनीं रहती है। प्रकृति के अनुसार आकर्षण के नियम का अभ्यास करके जीवन में प्रेम, प्रचुरता , सफलता और खुशी कैसे प्राप्त करें। ऐसे बहुत से लोग हैं जो अपने जीवन में उदास, तनावग्रस्त और आशा खो चुके हैं। इस पुस्तक में एक प्रभावी तैयार प्रतिज्ञान है जो युवा पीढ़ी सहित सभी आयु वर्ग के लोगों द्वारा अपनी इच्छा के अनुसार अभ्यास कर सकते है। वास्तविक परिदृश्यों में इन प्रतिज्ञानों का अभ्यास करके मैंने अपने जीवन में स्पष्ट रूप से और मेरे साथ जुड़े अन्य लोगों में स्पष्ट बदलाव देखे हैं। एक बार जब आप दृढ़ता से चाहते हैं, निश्चित रूप से, सभी ब्रह्मांड की अलौकिक शक्तियां आपके लिए काम करना शुरू कर देती हैं, हालांकि चीजें समय लेती हैं और परिणाम एक व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति से भिन्न हो सकता है। इस पुस्तक में घोषणापत्र और उसकी भूमिका, कृतज्ञता, मन-चेतना और अवचेतन के बारे में भी बात की गई है। यह अनूठी पुस्तक यह भी बताती है कि अनुकूल परिणाम के लिए इच्छा सूची और विभिन्न कम लागत प्रभावी तरीके कैसे तैयार किए जाएं।
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