You can access the distribution details by navigating to My pre-printed books > Distribution

Add a Review

Aab Main Jao (eBook)

आब मानि जाउ
Type: e-book
Genre: Literature & Fiction
Language: Maithili
Price: ₹100
(Immediate Access on Full Payment)
Available Formats: PDF, EPUB

Description

“आब मान जाउ” अनिलचन्द्र ठाकुरक लिखल एक मैथिली उपन्यास अछि, जे पुरैनियाँ जिलाक सोनपुर गामक जीवंत चित्र प्रस्तुत करैत अछि। एहि उपन्यासमे एक एहन युवतीक सङ्घर्ष-गाथा अङ्कित अछि जे अपन लगनसँ जीवन बदलैत अछि। असङ्ख्य गामक ई कथा कुलीनताक अधःपतनक कथा, संस्कारविहीनताक उद्घाटन आ भविष्यक पिढीकेँ बचएबाक चेतौनी छी। कथा गामक प्राकृतिक सौन्दर्य, पुरान गाछी, धार आ विभिन्न प्रकारक चिड़ै-चुनमुनीक वर्णन करैत अछि। गामक सामाजिक-सांस्कृतिक परिवेश, विभिन्न थान आ धार्मिक उन्मादक चर्चा अछि। गामक समयक संग बदलैत स्थिति, शिक्षा क अभाव, बढ़ैत हिंसा आ जातिवाद सँ वर्गवादक ओर बढ़ैत संघर्षक चित्रण कएल गेल अछि। उपन्यासमे गामक आध्यात्मिक महत्त्व सेहो देखाओल गेल अछि, विशेष रूप सँ बुढ़िया काली मायक कथा आ हुनकर वार्षिक मेला। कुल मिलाकऽ, ई पुस्तक ग्रामीण जीवनक एक समृद्ध चित्र प्रस्तुत करैत अछि, जे परंपरा, परिवर्तन आ गामक लोकक अटूट आत्माक संग मिश्रित अछि।
http://acthakur.blogspot.com/

About the Authors

अनिलचन्द्र ठाकुर: एक साहित्यिक यात्रा

अनिलचन्द्र ठाकुर (१३ सितम्बर १९५४ - २ नवम्बर २००७) ई. कटिहार जिलाक समेली गामक निवासी एक प्रख्यात लेखक आ साहित्यकार छलाह। हुनका सन् १९८२ मे हिन्दी साहित्य मे स्नातकोत्तर केलन्हि आ तकर बाद अपन साहित्यिक यात्रा प्रारंभ कएलन्हि। साहित्यक प्रति हुनकर गहिर रुचि ओहि समय हुनका मैथिली, अङ्गिका, हिन्दी आ अङ्ग्रेजी भाषामे लेखन करबाक लेल प्रेरित केलक।

सन् १९९३ सँ १९९४ धरि हुनकर हस्तलिखित पत्रिका "सुबह"क संपादन आ प्रकाशन भेल, जे साहित्यक क्षेत्रमे एकटा विशेष पहिचान बना लेने छल। अपन जीवनकालमे ओ कतेको विधामे लिखलाह, जाहिमे उपन्यास, नाटक, कविता आ कहानी शामिल अछि। हुनकर प्रमुख कृतिसभमे मैथिली उपन्यास आब मानि जाउ, अंगिका खंड काव्य कच, हिन्दी नाटक एक और राम, हिन्दी उपन्यास एक घर सड़क पर, अंग्रेजी उपन्यास द पपेट्स आ हिन्दी कहानी संग्रह अनत कहाँ सुख पावै अछि।

आब मानि जाउ उपन्यासमे एकटा युवतीक संघर्ष-गाथा प्रस्तुत कएल गेल अछि, जे अपन लगन आ परिश्रम सँ अपन जीवनकेँ बदलि लैत अछि। ई कथा असंख्य गामक कुलीनताक पतन, संस्कारविहीनताक उद्घाटन आ भविष्यक पीढ़ीक प्रति चेतावनी छी।

अनिलचन्द्र ठाकुर अपन जीवनक अंतिम समयमे ब्रेन ट्यूमर सँ पीड़ित छलाह आ २ नवम्बर २००७ केँ हुनकर निधन भ' गेल। मुदा हुनकर साहित्यिक योगदान आ लेखनी हुनका अमर बना देलक। कोशी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकक अधिकारीक रूपमे काज करैत, ओ साहित्यक प्रति अपन समर्पण आ लगन केँ कखनो कम नहि होमय देलन्हि। हिनकर साहित्य आजुक समाजमे नव विचार आ जागरूकताक स्रोत बनल अछि।

प्रकाशित कृति:
आब मानि जाउ(मैथिली उपन्यास)- पहिने भारती-मंडन पत्रिकामे प्रकाशित भेल, फेर मैलोरंग द्वारा पुस्तकाकार प्रकाशित भेल।
कच( अंगिकाक पहिल खण्ड काव्य,1975)
एक और राम (हिन्दी नाटक,1981)
एक घर सड़क पर (हिन्दी उपन्यास, 1982)
द पपेट्स (अंग्रेजी उपन्यास, 1990)
अनत कहाँ सुख पावै (हिन्दी कहानी संग्रह,2007)

http://acthakur.blogspot.com/

Book Details

Publisher: MailoRang
Number of Pages: 92
Availability: Available for Download (e-book)

Ratings & Reviews

Aab Main Jao

Aab Main Jao

(Not Available)

Review This Book

Write your thoughts about this book.

Currently there are no reviews available for this book.

Be the first one to write a review for the book Aab Main Jao.

Other Books in Literature & Fiction

Shop with confidence

Safe and secured checkout, payments powered by Razorpay. Pay with Credit/Debit Cards, Net Banking, Wallets, UPI or via bank account transfer and Cheque/DD. Payment Option FAQs.