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कोई भी काम जिससे दूसरों को आनंद मिले और उनका भला हो, उससे पुण्य बंधता है और जिससे किसीको तकलीफ हो उससे पाप बंधता है| अगर हम अपनी भूलो का पश्चाताप करते है, तो हम पाप बंधनों से छूट सकते है|पाप और पुण्य की सही समझ पाने के लिए पढ़े..
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