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केवल आधा घण्टा: और रसोई बनाकर, बर्तन साफ कर, किचन से बाहर! (eBook)

वैवाहिक जीवन और बहोत कुछ...
Type: e-book
Genre: Self-Improvement
Language: Hindi
Price: ₹308
(Immediate Access on Full Payment)
Available Formats: PDF

Description

इस किताब में आपको क्या मिलेगा...
1. रसोई क्या बनाए ? (प्लानिंग कैसे करे?)
2. फास्ट रसोई बनाने के आधुनिक तरीके.. अकसर स्त्रियों को समय क्यों लगता हैं?
3. बर्तन मांझने के आधुनिक तरीके
4. फटाफट बर्तन मांझ कर किचन से बाहर कैसे निकले?
5. थाली को साफ करने का साइन्स
6. पतीला साफ करने का साइन्स
7. बर्तनों का कम से कम इस्तेमाल भी कमाल की टिप है।
8. किचन के बर्तनों को अपडेट करने का समय आ गया है
9. किचन में फ्रीजर, मिक्सर, ओवन का सम्पूर्ण प्रभावी उपयोग कैसे करें?
10. स्त्रियाँ पुरुषों को बर्तन माँजने क्यों नहीं देती है?
11. क्या किचन में सिर्फ स्त्री ही काम करेगी, कि पुरुषों ने भी जिम्मेदारी सम्हालनी है?
12. स्त्री को किसने रोका है करियर करने से? किसने स्त्री को मना किया आगे बढने से?
13. किचन में एक स्त्री दूसरे स्त्री की दुश्मन कैसे बन जाती है? अर्थात साँस बहु के झगडे, ननद भौजाई के झगडे क्यों होते हैं?
14. पुरुष को माँ और पत्नी के झगडे को कैसे सुलझाना है?
15. परिवार प्रबंधन में बच्चों को कैसे ट्रेनिंग दे?
16. ज्यादा समय किचन में बिताने से कौन सी बीमारियाँ होती है?
17. हर एक माँ की शिकायत “बच्चा खाना ही नहीं खाता” इससे कैसे निपटे.
18. परम्परागत तरीके से बर्तन धोने और अनुचित कपड़े पहनने के कारण पति-पत्नी के बीच रोमांस खत्म हो गया है और, नौबत तलाक तक पहुंच गई है।
19. तथाकथित नारी मुक्ति आंदोलन और उसका भारतीय जीवन पर दुष्प्रभाव इतने हुए की एक स्त्री ही दूसरे स्त्री का शोषण करने लगी (काम वाली बाई कल्चर)..
20. कोक्रोचेस से कैसे बचे..
21. अपने बेटी के शादी के बाद उसे और उसके पति को जीने दे.. यही अगर आपकी माता, बुआ या बहन कर रही है तो सावधान..
22. पुरुषों ने रसोई कैसे बनानी है?
23. अपने पत्नी को समझे, साथ ही साथ अपने पति को समझे.
आखिर में ... सेवानिवृत्ति के बाद:
किचन, बर्तन मांजना, झाडू पोंछा इत्यादि दुर्लक्षित विषय पर कोई किताब लिखे ऐसा विचार क्यों आया ? क्योंकि एज्युकेशनल सिस्टम ने हमें डाक्टर, इंजीनियर, सी.ए. बनाया लेकिन घर गृहस्थी का कोई सिलेबस नहीं सिखाया गया।
स्त्री और पुरुष के कुदरती स्वभाव को पहचानना, एक दूसरे की इज्जत करना इसका कोई सिलेबस नहीं है। यह सब कुछ अपने परिवार में सिखाया जाता था। लेकिन अब पारिवारिक रचना में तेजी से बदलाव आया है। लडके लडकियाँ उच्च शिक्षा के लिए घर से दूर होस्टल में रहती है। या नौकरी के लिए बाहर रहती है। या साथ में रहने के बावजूद पढाई में ध्यान देने के लिए माँ ने उसे घर गृहस्थी के काम में नहीं जुटाया, अतः उसे ट्रेनिंग नहीं मिला।
पुरुषों को भी इस किताब से गाईड लाईन मिलेगी कि जब वह सिंगल रह रहे हैं तो किचन को कैसे मैनेज किया जाता है। उनके लिए तो यह किताब तो जैसे हैंड बुक है।
जब लडकी की शादी हो जाती है तब चाहे वो डाक्टर हो, या किसी बडे कम्पनी की एक्जिक्युटिव, कुछ पारिवारिक जिम्मेदारियाँ तो निभानी ही पडती है। लडकों को ट्रेनिंग नहीं दिया जा रहा है कि घर गृहस्थी को कैसे सम्हालते हैं। नई लडकी या रिश्तेदारों को सहज कैसे महसूस कराते हैं। क्योंकि वह भी अपना करियर बनाने में लगा है।
पिछले तीस सालों में ‘एक दम्पति एक बच्चा’ का सिस्टम आ गया तो पहले जमाने में दो तीन भाई बहन के साथ छोटी छोटी वस्तुओं को बाँटा जाता था वो प्रवृत्ति खत्म हुई। पूरा अटेंशन खुद को ही मिलना चाहिए यह वृत्ति आ गई। जिसके कारण विवाह के पश्चात समायोजन कठिन हो गया है। कितना कठिन कि नई दम्पति अपने बेड पर दूसरे पार्टनर को सोने नहीं देना चाहता। दो- दो महीने में ही डिवोर्स हो रहे हैं। ... डिवोर्स यह कोई समाधान नहीं है।
डिवोर्स के कारण भी इतने फालतू कि हँसी छूट जाए। तो मैंने पाया कि कुछ बुनियादी चीजों के उपर हमें काम करना पडेगा। बच्चे डाक्टर इंजीनियर बने हमसे भी ज्यादा टेक्नोलोजी में आगे बढे लेकिन उन्हें घर गृहस्थी के बारे में जीवनलक्षी ज्ञान नहीं मिल पा रहा है।
माता पिता तो बस यही कहते हैं ‘आप खुद पढे लिखे हो, खुद का डिसिजन खुद लो’-- घण्टा..!
क्या मतलब पढे लिखे हो? अरे जीवन के निर्णय कैसे लेते हैं इसके बारे में एक शब्द भी नहीं सिखाया गया। यह तो वही बात हो गई कि किसी सिविल इंजीनियर को बोल दिया जाए की पेशंट को हार्ट एटेक आया है अब उसका आपरेशन करो। (पेशंट मरेगा।)
जीवन की समृद्धि के साथ पीछे छूट गई कुछ बुनियादी बातें हमने आपके सामने रखने का प्रयास किया है। यह नायाब किताब केवल किचन, झाडू पोछा के बारे में नहीं है। यह है, वैवाहिक जीवन, शादी के बाद लफडा हुआ तो क्या करे, महिलाएँ पुरुष में क्या देखती है, पुरुष महिला में क्या देखता है.. इत्यादि..
यह किताब आपको सिखाती है वो छोटी छोटी बातें जो आप जानते भी हैं मगर नहीं भी जानते..
हल्के फुलके अंदाज में हमने इस गम्भीर विषय को मनोरंजक बनाया है। लिखते वक्त हमें महसूस हुआ कि इस विषय को और गहनता के साथ हम और गहराई तक ले जा सकते हैं । अतः इसे सीरीज के रूप में लिखा जाए, किंतु यह निर्भर है पाठकों के ऊपर कि उनका फीड्बैक कैसे है..

About the Author

ईश्वरभाई जोषी द्वारा सिखाए जानेवाले क्लासेस की सूची इस प्रकार से है..
9723106181
www.reiki.ideazunlimited.net
1) उच्च श्रेणी हीलर कोर्स,
2) रेकी ग्रैंड मास्टर,
3) सम्मोहन चिकित्सा,
4) टेलिपथी,
5) अप्सरा साधना,
6) एक्यूप्रेशर थेरेपी
7) एन्जिल्स थेरेपी
8) सूक्ष्म देह यात्रा
9) चक्र हीलिंग
10) छायापुरुष
11) उपनिषद की क्लास
12) क्रानिस्कोरियाल थेरेपी
13) दस महाविद्या साधना
14) डाऊजिंग चिकित्सा
15) रत्नविज्ञान
16) गर्भ संस्कार
17) वूडू (आफ्रिकन ब्लेक मेजिक)
18) जिन्नात मंत्र
19) कर्ण पिशाचिनी साधना
20) कुंडलिनी जागरण
21) केरलियन मसाज थेरेपी
22) मिमी-काकी चिकित्सा
23) मुद्रा शास्त्र साधना
24) मनी मेडिटेशन / कुबेर त्राटक
25) संगीत चिकित्सा
26) ओशो ध्यान
27) ॐ त्राटक
28) पास्ट लाइफ रिग्रेशन
29) प्राणिक हीलिंग
30) रिफ्लेक्सोलॉजी थेरेपी
31) श्री मेरु यंत्र
32) स्वयं शिरोधरा
33) सुदर्शन क्रिया
34) सुजोक थेरेपी
35) टेरोट कार्ड
36) तिब्बती लामा फेरा थेरेपी
37) वशीकरण तंत्र
38) विपश्यना- ध्यान
39) वास्तु शास्त्र
40) योग
41) उपनिषद
42) भावना प्रबंधन
43) परिवार प्रबंधन
44) पति या पत्नी को समझना
45) विवाह परामर्श
46) कैरियर मार्गदर्शन
47) सेवानिवृत्ति के बाद जीवन
48) युवा मार्गदर्शन
49) लाइफ रिडिजाइनिंग
50) पब्लिक स्पीकिंग
51) म्युजिक क्लास कीबोर्ड प्ले
52) म्युजिक क्लास, फिल्मी गीत
53) कोर्पोरेट ट्रेनिंग
54) डीजिटल मार्केटिंग
55) एथिकल हेकिंग
56) इंशुरंस सेक्टर ट्रेनिंग
57) वेबसाईट मेकिंग
58) फिल्म एडिटिंग
59) फोटो एडिटिंग
60) एनिमेशन
61) पब्लिक स्पीकिंग
62) कोर्पोरेट मेटिवेशनल ट्रेनर
63) बिजनस कंसल्टंन्सी
https://reiki.ideazunlimited.net
उच्च श्रेणी हीलर कोर्स
प्रथम दिन : "स्वयं" की पहचान. ब्रम्हांड की संकल्पना, लॉ ऑफ अट्रॅक्शन, इमोशन्स मॅनेजमेंट, गोल सेटिंग, टाईम मॅनेजमेंट, मन का विश्लेषण, पैसा और ग्यान की संकल्पना, क्वॉन्टम फिजिक्स द्वारा भास,आभास मेडिटेशन और हिप्नॉटिझम एवं रेकी को जानना
दूसरा दिन : सेल्फ हिप्नॉटिझम, क्लिनिकल हिप्नॉसिस के लिये सूचनायें देना, आय एम द बेस्ट टेक्निक, नजर द्वारा हिप्नॉटिझम, बिंदू त्राटक, अजगर वशिकरण त्राटक
तिसरा दिन : नजर द्वारा हिप्नॉटिझम, ज्योती त्राटक, जो दिखता है वो नहीं है...९*
चौथा दिन : नजर द्वारा हिप्नॉटिझम, अगरबत्ती त्राटक, सुक्ष्म देह, कॉव्हर्ट हिप्नॉटिझम का प्रॅक्टिकल प्रयोग और दूसरे के, कॉव्हर्ट हिप्नॉटिझम को काटना, ईगल त्राटक
पांचवा दिन : टेलिपथी, प्रतिमा त्राटक, निगेटिव एनर्जी को वश करना (भूत प्रेत आत्मा इ.) फोटो और चिजोंके इस्तेमाल से वशिकरण.
छटवा दिन : आवाज द्वारा हिप्नॉटिझम, ॐ कार त्राटक, वॉईस मॉडुयलेशन, लायन त्राटक
सातवा दिन :पारलौकिक रेकी, मॅग्नॅटिक पर्सनॅलिटी, इनटेक,वास्तु दिशा, वॉटरथेरपी, मेमरी बढाना,स्लीप
आठवा दिन : पासेस द्वारा मास हिप्नॉटिझम, शेकहॅंड द्वारा हिप्नॉटिझम, बॉडी लॅंन्ग्वेज, पब्लिक स्पिकिंग, बिजनेस में क्या बोलें... क्या नहीं बोलें
नौवा दिन : सक्सेसफुल बनने के लिये अपने डर (फोबिया) के उपर काबू पाना, क्लिनिकल हिप्नॉसिस में डिलिट एवं फ्रेमिंग टेक्निक, विराट पुरुष दर्शन शास्त्र.
दसवॉं दिन : प्राणिक हिलिंग (निगेटिव एनर्जी से कैसे बचे, एवम टोटकोंको आधुनिक सायन्स कि नजर से जानना)
ग्यारहवॉ दिन : अॅक्युप्रेशर, रीफ्लेक्सॉलॉजी सुजोक, कुंडलिनी शक्ती,
समयकाल :12 दिन (प्रतिदिन डेढ घण्टे) फीस:11,000=00 INR (प्रत्यक्ष क्लास)+ 1980 (18% GST)=12,980
पारलौकिक रेकी कोर्स
Day 1: पारलौकिक रेकी जानिये शास्त्रीय दृष्टीकोणसे क्वांटम फिजिक्सDay 2 : सेल्फ रेकी , अट्युनमेंट (शक्तिपात)
Day 3: प्राणिक हीलिंग , रेकी से भी प्रभावी तंत्र
Day 4: एक्युप्रेशर, (नकारात्मक ऊर्जा को निकालना)
Day 5: कुण्डलिनी जागरण , ओशो मेडिटेशन, ग्रेण्ड मास्टर लेवल शक्तिपात
पारलौकिक रेकी क्लास कालावधी:
5 दिन ( एक से डेढ घण्टे हररोज ) फिर 21 दिन घर पे प्रेक्टिस फीस 5,500=00+990(18%GST)=6490/ लेवल1,2,3मास्टर,ग्रेण्ड मास्टर
हिप्नोथेरपी (हिप्नोटिजम) कोर्स
Day 1: क्वांटम फिजिक्स से हिप्नोसिस को समझना सेल्फ हिप्नोटीजम. आइ एम थे बेस्ट टेक्नीक बिंदू त्राटक , नजर द्वारा हिप्नोसिस, अजगर त्राटक
Day 2 :ज्योती त्राटक, वशीकरण तंत्र.
Day 3 : अगरबत्ती त्राटक, कोवर्ट हिप्नोसिस ईगल त्राटक
Day4: टेलेपथी, प्रतिमा त्राटक मास हिप्नोसिस
Day 5: ॐकर त्राटक वोईस मोड्युलेशन. लायन त्राटक
हिप्नोथेरपी कालावधी: 5 दिन, हर रोज एक से डेढ घंटे फीस 5,500 = 00+ 990(18% GST)=6490

Website
1) http://www.ideazunlimited.net
2) http://reiki.ideazunlimited.net
3) http://tarot. ideazunlimited.net
4) http://writer.ideazunlimited.net
5) http://emporium-7.com

Book Details

Publisher: IdeazOverseas
Number of Pages: 199
Availability: Available for Download (e-book)

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केवल आधा घण्टा: और रसोई बनाकर, बर्तन साफ कर, किचन से बाहर!

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