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माया एवं एज्टेक सभ्यता के दौर से जुड़े एक सर्पदेवता यिग की किंवदन्ती पर आधारित एक रोमांचक कहानी। किंवदन्ती के अनुसार, यिग हर साल शरद ऋतु में धरती पर आता है और अपनी सन्तानों— यानि सरीसृपों— को मारने/सताने वाले इन्सानों को सजा देने के बाद उसे धब्बेदार साँप में बदल देता है।
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