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1942-43 क बंगालक अकालक विषयमे अमर्त्य सेन लिखै छथि जे ऐ अकालमे बंगालमे लाखक-लाख लोक मुइलाह (फेमीन इन्क्वायरी कमीशनक अनुसार 15 लाख) मुदा अमर्त्यक एकोटा सर-सम्बन्धीक मृत्यु ओहिमे नहि भेल। तहिना मिथिलाक 1967 ईस्वीक अकालमे भारतक प्रधानमंत्रीकेँ देखाओल गेलन्हि जे केना मुसहर लोकनि बिसाँढ़ खा कऽ अकालसँ लड़ि रहल छथि, मुदा एहिपर कथा लिखल गेल 2009 ईस्वीमे जगदीश प्रसाद मण्डलजी द्वारा। आ ऐ विलम्बक कारण सेहो स्पष्ट अछि। मैथिली साहित्यमे जे एकभगाह प्रवृत्ति रहल अछि, ताहि कारणसँ अमर्त्य सेन जकाँ हमरो साहित्यकार सभ ओइ महाविभीषिकासँ ओतेक प्रभावित नहि भेल होएताह। आ एतए जगदीश प्रसाद मण्डल जीक कथा मैथिली कथा धाराक यात्राकेँ एकभगाह होएबासँ बँचा लैत अछि।
ऐ संग्रहक सभटा कथा उत्कृष्ट अछि, रिक्त स्थानक पूर्ति करैत अछि आ मैथिली साहित्यक पुनर्जागरणक प्रमाण उपलब्ध करबैत अछि।
-गजेन्द्र ठाकुर
सम्पादक-
विदेह ई पत्रिका
www.videha.co.in
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