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घना कोहरा… और उसके पीछे छिपा एक रहस्य…
एक अंजान शहर में अचानक से लोग गायब होने लगे है, ठंड के मौसम में चांदनी खूबसूरत रात को अचानक से घना कोहरा घेर लेता है,
जब रात का अंधेरा घने कोहरे से मिल जाता है तब वहां डर और खौफ का मंज़र छा जाता है ।
देर रात तक बाहर आवारा की तरह भटकने वाले लॉग उस कोहरे या उसके अंदर छुपी उस अंधेरी ताकत का शिकार बनते है,
वो कोहरा अकेला नहीं, कोई और परछाई भी छुपी हुई है उसके पीछे, वो कौन है ? ये बड़ा राज़ है, जो कोई नहीं जानता, और जो जानता है वो कहीं गायब हो जाता है ।
एक लेखक जो सब कुछ जान लेता है, वो लिख देता है कहानी… उस डरावने राज को दुनिया को बताने के लिए, पर वक़्त आने पर वो भी इसका शिकार बन जाता है ।
राते में लॉग गायब कैसे हो रहे है ? क्या राज़ है इसके पीछे ? क्या वो घना कोहरा है, जो लोगों को अपना शिकार बना रहा है… या फिर कोई अंधेरे का शिकारी ? जो अपनी खुनी प्यास बुझा रहा है ?
पता नहीं वो कौन है ?
पता नहीं वो क्या चाहता है ?
पर उसके इरादे बिल्कुल भी नेक नहीं…
कोहरा सिर्फ एक कहानी नहीं, ये उस अंधेरी दुनिया का दरवाज़ा है जहां सच ओर झूठ की सीमाएं धुंधली है ।
" कोहरा: अंधेरे का रहस्य" ये एक लघु नोवेल है,ये सीरीज का पहला पार्ट है, इसके कुछ वक़्त बाद इसका दूसरा भाग प्रकाशित होगा जो एक विस्तृत ओर बड़ी नोवेल है - "अंधेरे की दुनिया : sign a pact with darkness " आने वाले कुछ वक़्त में प्रकाशित होगी ।
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