प्रो. डॉ. सुधा सिन्हा, पूर्व विश्वविद्यालय आचार्य एवं अध्यक्ष,
दर्शनशास्त्र विभाग, पटना विश्वविद्यालय।
संप्रति: राष्ट्रपति द्वारा काशी विश्वविद्यालय कोर्ट के लिए तीन वर्षांे के लिए मनोनीत। भारत सरकार द्वारा विभिन्न आयोगों के लिए मनोनीत। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा केन्द्रीय विश्वविद्यालय की चयन समिति के सदस्य के रूप में मनोनीत।
देशरत्न सम्मान से अलंकृत। अन्तर्राष्ट्रीय महिला सम्मान 2021, अन्तर्राष्ट्रीय संस्था सहोदरी से साहित्य रत्न सम्मान, दीनानाथ शरण सम्मान, कबीर कोहिनूर सम्मान, महादेवी वर्मा सम्मान। विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान से अलंकृत। महादेवी वर्मा सम्मान, अमृता प्रीतम सम्मान सहित बिहार विद्यापीठ, पटना से सम्मानित। बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन, पटना से साहित्य सेवी व साहित्य साधना सम्मान।
मैट्रिक से एम. ए. तक प्रथम स्थान, एम. ए. में स्वर्ण पदक प्राप्त। मैट्रिक से एम. ए. तक राष्ट्रीय छात्रवृत्ति प्राप्त, राष्ट्रीय गौरव अवार्ड, राजीव गांधी एक्सीलेन्स अवार्ड, बेस्ट सिटिजेन्स ऑफ इंडिया अवार्ड 2010, गोल्ड स्टार एशिया इन्टरनेशनल अवार्ड, प्राईड ऑफ इंडिया अवार्ड, बज़्में हफ़ीज बनारसी, पटना सहित विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित।
बहुत सारे आलेखों का विभिन्न जनरल में प्रकाशन, सैकड़ों आलेखों/कविताओं का विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशन।
शोध पुस्तक ‘जयतीर्थ की न्याय सुधा का दार्शनिक पक्ष’, काव्य संग्रह ‘गगरिया छलकत जाए’, गजल संग्रह ‘ग़्ाजलों की दुनिया में यादों की परियां’, आलेख संकलन ‘गुफ्तगू’ प्रकाशित। ‘जीवन के रंग’, ‘मुक्तक प्रवाह’ प्रकाशित। शोध कार्य के लिए बहुत से विद्यार्थियों का सफल निर्देशन।