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ट्रेन मे सफर करते बक्त अनुपमके साथ कल्याणी कि मुलाकात हुय़ी। पुछताछ करने पर पता चला य़ह लड़कि बहि है , एकसाल पहेले जिसके साथ सादी टुट चुकि थि। य़ह उस समय़ कि काहानी है, जिससमय़ सादी से पहेले लड़का-लड़कि एक दुसरे को नेहि देखता था। सवकुछ परिवारके अनुसार होता था। अनुपम को लड़कि के पिता ने सादीके मन्डपसे हि विदाह करदिय़ा था। इसके कारण था अनुपमके मामाजि, उन्होने दहेज को लेकर जो झामेला खाड़ा किय़ा था बह वात लड़कि के पिताजिको पसन्द नेहि आय़ा। उन्होने फैसला किय़ा कि इस लड़के के साथ आपनि लड़कि कि सादी कभि नेहि करवाय़ेन्गे।
आगे केय़ा हुय़ा जानने के लिय़े पड़िय़े अपरिचिता।
इस पुस्तक मे तिन काहानीय़ाँ मिलेगि-
1.अपरिचिता 2.अनमोल भेँट 3.अनाथ
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