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क्या मानव समाज द्वारा बनाए गए सभी नियम और व्यवस्थाएं सही और संपूर्ण है? क्या उन नियमों में बदलाव या सुधार की कोई सम्भावना ही नहीं है? जहाँ दुनिया की अधिकांश सभ्यताएं एक माँ और बेटे के प्रेम सम्बन्ध को अनुचित और अधार्मिक मानती हैं वहीं एक जगह ऐसी भी है जहाँ जहाँ माँ-बेटे के प्रेम सम्बन्ध को न केवल सम्मान की नजर से देखा जाता है बल्कि उनके विवाह को भी प्रोत्साहित किया जाता है. उस शहर का नाम है "कम्बी" और जिस मंदिर में पूरे रीति रिवाज से माँ-बेटों को विवाह के पवित्र बंधन में बांधा जाता है उसका नाम है "देवी सुगर्भा का मंदिर". डॉ. अर्चना शर्मा इसी दिव्य मंदिर और माँ-बेटे के विवाह के बारे में दुनिया को अवगत कराने के लिए मीडिया से रूबरू हो रही हैं.
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