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और आंखें बह चली (प्रेम सागर)
T. Singh
हर इंसान जीवन में कभी ना कभी प्यार के एहसास को जरूर महसूस करता है! कोई अपने प्यार को पा कर जीवन को अपने जीवनसाथी के साथ ख़ुशी ख़ुशी जी लेता है, कोई प्यार में असफल हो जाने पर, रिश्ता टूट जाने पर, प्यार की यादों के सहारे आंसू बहाकर जीवन जीने की कोशिश करता है पर जीवन में फिर एक बार कभी ना कभी प्यार पा लेता है, पर कोई ऐसा भी होता है जो जीवन की अंतिम साँस तक अपने खोये प्यार के इंतजार में गम में डूबा रहता है।
बहुत ही अजीब हैं इस प्यार के खेल! प्यार का एक व्यक्ति का निजी अनुभव किसी भी दूसरे व्यक्ति के प्यार के अनुभव के जैसा नहीं हो सकता है, क्योंकि प्यार की कोई एक सर्वमान्य परिभाषा नहीं है। हर व्यक्ति का अपना अलग अलग अनुभव होता है।
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