You can access the distribution details by navigating to My pre-printed books > Distribution

Add a Review

उत्थान-पतन (eBook)

उपन्यास (साहित्य)
Type: e-book
Genre: Literature & Fiction
Language: Maithili
Price: ₹50
(Immediate Access on Full Payment)
Available Formats: PDF

Description

नाटककार, कथाकार आ उपन्यासकारक रूपमे श्री जगदीश प्रसाद मण्‍डलजी मैथिली साहित्यमे नूतन उर्जाक संग उपस्थित भेल छैथ। हिनक जन्‍म 1947 ई.मे भेल। विभिन्न पत्र-पत्रिकामे हिनक कथा, प्रेरक कथा उपन्यास सेहो प्रकाशित भऽ चुकल अछि।
ऐ ‘उत्थान-पतन’ उपन्‍यासमे लेखक गामक जिनगीक यथार्थक नव-नव रूप उपस्थित केने छैथ। गामक जड़ता, रीति-रिवाज, पाबैन-तिहार, मूर्खता, विद्वता, अड़ि जाएबला भाव आ सहज सोभाव आदि सहज रूपमे आबि गेल अछि।
तत्वक दृष्टिसँ देखल जाए तँ सर्वप्रथम कथावस्तु धियानकेँ आकृष्ट करैत अछि। कथावस्तु तँ सशक्त आधार अछि जैपर उपन्यासक केतेको रंगक प्रसाद ठाढ़ होइत अछि, जइमे जिनगीक श्वास रहब आवश्यक।
उत्थान-पतनमे गंगानन्‍द, यमुनानन्‍द, पण्‍डित शंकर, सुधिया, ज्ञानचन्‍द, भोलिया, बिशेसर, भोलानाथ, सुकल, नीलमणि, मोहिनी, रीता, महंथ रघुनाथ दास, लीला, दीनानाथ, गुलाब आदि अनेक पात्रसँ सज्जित भऽ अंचलक मार्मिक चित्र उपस्थित भेल अछि।
कथावस्तुमे विच्छिन्न होइत गाम-घर आ टुटैत बेकती सबहक समस्याकेँ मार्मिक ढंगसँ अभिव्यक्ति कएल गेल अछि। उपन्यासक प्रारम्भ होइत अछि-
“गामे-गाम केतौ अष्टयाम-कीर्तन तँ केतौ नवाह, केतौ चण्डी यज्ञ तँ...

About the Author

जगदीश प्रसाद मण्डल शिल्‍पी छैथ, कथ्यकेँ तेना समेट‍ लइ छैथ‍ जे पाठक विस्मि‍त रहि जाइत अछि। मुदा हिनका द्वारा कथ्यकेँ (कथा, उपन्‍यास, नाटक, प्रेरक-कथा सभमे) उद्देश्‍यपूर्ण बनेबाक आग्रह आ क्षमता हिनका मैथिली साहित्यमे ओइ स्थानपर स्थापित करैत अछि, जेतए-सँ मैथिली साहित्यक इतिहास “जगदीश प्रसाद मण्डलसँ पूर्व” आ “जगदीश प्रसाद मण्डलसँ” ऐ दू खण्डमे पाठित होएत।
समाजक सभ वर्ग हिनकर कथ्यमे भेटैत अछि आ से आलंकारिक रूपमे नै वरन अनायास, जे मैथिली साहित्य लेल एकटा हिलकोर एबाक समान अछि। हिनकर कथ्यमे केतौ अभाव-भाषण नै भेटत, सभ वर्गक लोकक जीवन शैलीक प्रति जे आदर आ गौरव ओ अपन कथ्यमे रखै छैथ से अद्भुत।
हिनकर कथ्यमे नोकरी आ पलायनक विरूद्ध पारम्‍परिक अजीविकाक गौरव महिमा मण्डि‍त भेटैत अछि। आ से प्रभावकारी होइत अछि हिनकर कथ्य आ कर्मक प्रति समान दृष्टि‍कोणक कारणसँ आ से अछि हिनकर बेकती‍गत आ समाजिक जीवनक श्रेष्ठताक कारणसँ। जे सोचै छी, जे करै छी; सएह लिखै छी तइ कारणसँ। यात्री...

Book Details

ISBN: 9789387675247
Publisher: Pallavi Prakashan
Number of Pages: 237
Availability: Available for Download (e-book)

Ratings & Reviews

उत्थान-पतन

उत्थान-पतन

(Not Available)

Review This Book

Write your thoughts about this book.

Currently there are no reviews available for this book.

Be the first one to write a review for the book उत्थान-पतन.

Other Books in Literature & Fiction

Shop with confidence

Safe and secured checkout, payments powered by Razorpay. Pay with Credit/Debit Cards, Net Banking, Wallets, UPI or via bank account transfer and Cheque/DD. Payment Option FAQs.