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अनुक्रम
(लघु, दीर्घ आ बीहनि कथा)
पाठकक लेल किछु निर्देश बा सुझाव (पृ. ५-९)
लघु कथा खण्ड
सिद्ध महावीर (पृ. ११-२०)
नवी मुम्बै (पृ. २१-२८)
नई दिल्ली (पृ. २९-३५)
तस्कर (पृ. ३६-४१)
संघर्ष (पृ. ४२-४८)
लेटरबॉक्समे आयल चिट्ठी (पृ. ४९-६३)
डोमा, बुधन आ… (पृ. ६४-७२)
आत्महत्या (पृ. ७३-७८)
गंधर्व लेटरबम (पृ. ७९-९२)
दीर्घ कथा खण्ड
मधुबनी मोड्यूल (पृ. ९४-११५)
शब्दशास्त्रम् (पृ. ११६-१३६)
महिसबार ब्राह्मणक गाम (पृ. १३७-१६३)
बीहनि कथा खण्ड
३९ टा बीहनि कथा (पृ. १६५-२१८)
Annexure
(Maithili Short-Stories by Gajendra Thakur translated into English by the author himself)
Annexure One: The Proven Mahavir (Siddha Mahavir) (Page 220-234)
Annexure Two: The Robber (Tashkar) (Page 235-243)
Annexure Three: The Science of Words (ShabdaShastram) (Page 244-272)
Annexure Four: The Cattle Grazer Brahmin Village (Mahisbar Brahmanak Gaam) (Page 273-291)
पाठकक लेल किछु निर्देश बा सुझाव
ऐ पोथीकेँ पढ़बा लेल किछु निर्देश बा सुझाव देल जा रहल अछि जइसँ अहाँकेँ एकरा पढ़ैमे आ एकर कथा सभक विवेचनामे सुविधा हएत, आ अहाँ ऐ संग्रहकेँ पूर्ण रूपेँ बूझि पाएब आ आनन्द लऽ सकब।
ऐ पोथीक चारिटा कथाक अंग्रेजी अनुवाद हम स्वयं केने छी जे अन्तर्राष्ट्रिय फिल्म महोत्सवमे प्रदर्शित हेबाक संग विभिन्न पत्रिकामे सेहो प्रकाशित/ ई-प्रकाशित भेल अछि।
हमर किछु रचना नेपालक गोरखापत्र, आंगन, धुआ धजा, मिथिला डट कम आ आन मैथिली पत्र-पत्रिका/ स्तम्भमे सेहो प्रकाशित अछि। विदेह, मैथिली ई-पत्रिका http://videha.co.in/ ISSN 2229-547X VIDEHA (since 2004) मे मोटामोटी हमर सभटा मूल आ अंग्रेजी अनूदित रचना ई-प्रकाशित अछि।
ऐ पोथीक किछु कथा हमर सन् २०२३ सँ पूर्वमे प्रकाशित/ ई-प्रकाशित कथाक परिवर्धित रूप अछि, ऐ पोथीक कथा सभकेँ ओइ कथा सभक प्रामाणिक संस्करण घोषित कएल जा रहल अछि (जँ कियो ऐ कथा सभक कोनो संग्रहमे संकलन बा उल्लेख बा अनुवाद करऽ चाहि रहल होथि, तिनको लेल ई लागू अछि) । किछु पूर्व प्रकाशित/ ई-प्रकाशित कथामे परिवर्द्धनक संग नाममे सेहो परिवर्तन कएल गेल अछि।
लघु कथा खण्ड
सिद्ध महावीर- ई कथा कबिलपुरमे योगानन्द झा केर संयोजकत्वमे भेल ’सगर राति दीप जरय’ मे पढ़ल गेल आ अंतिकामे सेहो छपल। एकर अंग्रेजी अनुवाद www.museindia.com (Issue 63 September-October 2015 under Highlight- Indian Short Stories in Translation) पर ई-प्रकाशित भेल (Annexure 1) आ से अन्तर्राष्ट्रिय फिल्म महोत्सवमे प्रदर्शित भेल। ई एकटा विधवा दीदी अनमनाक कथा अछि, आ भक्ति आ वैज्ञानिक दुनू दृष्टिकोणसँ दू पक्षक लोक एकटा घटनाक वर्णन करैत छथि। कथामे परिवर्द्धनक संगे नाममे सेहो परिवर्तन अछि।
नवी मुम्बै- एतऽ सामाजिक व्यवस्था संग कोरोना सेहो मिज्झर भऽ गेल छै।
नई दिल्ली- नई दिल्लीमे पलायन आ अर्थनीति छै आ छै एकटा मृत्यु। आ आगाँ प्रतीक्षा...
तस्कर- पूर्वोत्तर मैथिलक प्रेमकथा विशेषांकमे ई छपल छल, तकरे ई परिवर्द्धित रूप अछि। ई पञ्जी-प्रबन्धमे वर्णित सत्य घटनाक आधारपर रचित कथा अछि। राजा लेल निहुछल कान्याँक ई अपहरण छल बा कोनो प्रेम प्रसंग… के अछि तस्कर? एकर अंग्रेजी अनुवाद (Annexure 2) अन्तर्राष्ट्रिय फिल्म महोत्सवमे प्रदर्शित भेल । कथामे लेखकीय स्वतंत्रता लेल गेल अछि।
संघर्ष- ईहो विधवाक कथा अछि, जकरा अपन बेटाक हत्या बा आत्महत्याक बाद अनुकम्पाक नोकरी भेटै छै। न्याय-व्यवस्थाक चक्रचालि सेहो ऐ मे आयल अछि।
लेटरबॉक्समे आयल चिट्ठी - ड्रग, आतंकवाद आ प्रोटैगोनिस्टक हारि बा जीत बा किछु नै…
डोमा, बुधन आ…- एकर आरम्भिक रूप कएक बेर परिवर्तित भेल, आब ई बीहनिसँ लघुकथा बनि गेल अछि। जातिपर सरकारी नीतिक सार्थक हस्तक्षेप। दलित विमर्शक राजनीतिक पाछाँक इतिहास। मुदा कथा जारी अछि…
आत्महत्या- आत्महत्याक मनोविज्ञान। पूर्व प्रकाशित ऐ कथामे परिवर्द्धनक संग नाममे सेहो परिवर्तन कएल गेल अछि।
गंधर्व लेटरबम- अंकुरमे पूर्व प्रकाशित ई कथा गल्पगुच्छमे २००९ मे संकलित भेल, ऐ कथाक नाममे परिवर्तन भेल आ कथा सेहो परिवर्द्धित भेल।
दीर्घ कथा खण्ड
मधुबनी मोड्यूल- एकर आरम्भिक रूप लघुकथा रूपमे अंतिकामे प्रकाशित अछि, मुदा आब ई दीर्घकथामे परिवर्तित भऽ गेल अछि, कथाक नाममे सेहो परिवर्तन छै।
शब्दशास्त्रम्- मिथिलाक नव्य-न्यायक जनक गंगेश उपाध्याय, जिनकर जन्म पिताक मृत्युक ५ बर्ख बाद भेल आ सभ शिक्षा प्राप्त केलाक बाद ओ चर्मकारिणीसँ विवाह केलनि, मुदा हुनकर इतिहास नुका देल गेल मुदा ओ जीवित रहल ब्लैक बुक माने दूषण पञ्जीमे। रमानाथ झा दिनेशचन्द्र भट्टाचार्यकेँ झूठ बतेलन्हि जे हुनकर परिवार मिथिलासँ समाप्त भऽ गेल आ हुनकर पिताक बा पुरुखाक नाम जनबाक सेहो हुनका कोनो आवश्यकता नै छै (देखू हिस्ट्री ऑफ नव्य न्याय इन मिथिला)। दूषण पञ्जीसँ निकलल ई प्रेम कथा ’जखन तखन’ क प्रेम कथा विशेषांकमे प्रकाशित भेल। एकर अंग्रेजी अनुवाद साहित्य अकादेमीक पत्रिका इण्डियन लिटरेचर [Indian Literature Vol. 58, No. 2 (280) (March/April 2014), pp. 78-93] मे प्रकाशित भेल (Annexure 3) आ अन्तर्राष्ट्रिय फिल्म महोत्सवमे प्रदर्शित भेल। ऐ कथामे लेल सभटा गीत चर्मकार टोलसँ उमेश मण्डल जी द्वारा डिजिटल रेकॉर्डिंग द्वारा प्राप्त भेल अछि जे उपलब्ध अछि http://videha.co.in/video.htm पर, आ तेँ ई कथा समर्पित अछि उमेश मण्डल जी केँ। संकलित गीत मे मात्र एक ठाम ’बाझिन’ केँ बाघिन कऽ देल गेल अछि, स्त्री विमर्शकेँ देखैत (कथामे, रेकॉर्डिंगमे नै)। कथामे लेखकीय स्वतंत्रता लेल गेल अछि।
महिसबार ब्राह्मणक गाम- मनुक्खक नै, एकटा गामक कथा। एकर अंग्रेजी अनुवाद (Annexure 4) सेहो भेल अछि, मुदा अनुवाद ग्लोबल पाठक वर्गक पाठ-प्रवेश सुगमताकेँ ध्यानमे राखि कऽ कएल गेल अछि।
बीहनि कथा खण्ड
३९ टा बीहनि कथा
रिक्शाक सवारी आ लूटिक डर, नकली नोट, पानिबला रोड, जी सर, दू टा कैदी, अपन-अपन भाग्य, प्रवचन, गछल गप, भूरा बाल, आत्म-गौरव, छाह, वाटर कूलर, तोँ अखन एतेक पैघ नै भेल छेँ बाउ, एमबियेन्स मॉल कैम्पसक मिस्त्रीक खिस्सा, स्निफर डॉग आख्यान, यातायात निअम भाग ०-१-२-३, जातिवादी मराठी, थेथर मनुक्ख, बहुपत्नी विवाह आ हिजड़ा, स्त्री-बेटी, बिआह आ गोरलगाइ, प्रतिभा, जाति-पाति, अनुकम्पाक नोकरी, पैरवी-पैगाम आ हाकिम, नूतन मीडिआ, मिथिलाक उद्योग, ’बाढ़ि, भूख आ प्रवास १-४’, नव-सामन्त, चारिम स्थान, भोट, मसुआइ, साइबेरिया कैम्प, मीत भाइ शृंखला १-१२, बिहारी, फिल्डिंग, स्किल, डिसीप्लीन आ साइंस १-३।
ऐ सभमे सँ किछु अही नामसँ/ बा आन नामसँ प्रकाशित/ ई-प्रकाशित छै। ई सभटा समाजसँ जुड़ल कथा सभ छिऐ, एकाध-दू पाँति सँ लऽ कऽ पन्ना-डेढ़ पन्नाक कथा सभ। बीहनि कथा चारिम स्थान मे जेना मूलधारा सभकेँ ठकैत रहैत अछि चारिम स्थानक लालच दऽ कऽ तइपर टिप्पणी अछि। बहुपत्नी विवाह आ हिजड़ा स्त्री विमर्शक तँ जाति-पाति दलित विमर्शक कथा थीक। अनुकम्पाक नोकरी अस्थिर विचारधाराक लोकक कथा थीक। नूतन मीडिआ आइ काल्हिक पीत पत्रकारितापर टिप्पणी अछि जतऽ ब्रेकिंग न्यूज नव विधान बनल अछि। मिथिलाक उद्योग अपन रोजगार करैमे होइत झमेलक वर्णन करैत अछि। बाढ़ि, भूख आ प्रवास मे बाढ़ि आ पलायनक बीच हास्यकेँ मिज्झर होइत देखायल गेल अछि। पैरवी-पैगाम आ हाकिम मे अपन कर्त्वय पालन लेल कोनो बहन्ना नै अछि से देखाओल गेल अछि आ सएह दोसर ढंगसँ आयल अछि आत्म-गौरव मे। पानिबला रोड मे गएर बाढ़िबला इलाकाक लोकक माध्यमसँ, बाढ़िक इलाका बला लोक नव स्थितिमे जीबाक नव-विधि केना तकने अछि, तकर वर्णन अछि। ई देखबैत अछि जे कोसीपर तटबन्ध बनलाक बाद, बीसम शताब्दीक सत्तरिक दशकमे कुशेश्वर स्थान क्षेत्र जलप्लावित भेलाक बाद, ओतुक्का लोक केना अपनाकेँ अनुकूलित केलन्हि। ई पर्यावरण विमर्शपर कथा अछि । रिक्शाक सवारी आ लूटिक डर आ नकली नोट मे कानून व्यवस्था आ नोटक ठगीपर टिप्पणी अछि तँ जी सर मे चमचागिरीपर, दू टा कैदी मे जेल प्रशासनपर, अपन-अपन भाग्य आ स्निफर डॉग आख्यान मे भ्रष्टाचार, प्रवचन मे ढोंगी, गछल गप मे काटर व्यव्स्थापर टिप्पणी कएल गेल अछि। भूरा बाल मे जाति आ मोहाबरापर हास्य रूपेँ टिप्पणी अछि। छाह मे एकटा घटना/ मिरर इमेजक वर्णन अछि। वाटर कूलर मे समाज कल्याण कार्यक कखनो काल होइबला हास्य परिणामक वर्णन अछि। तोँ अखन एतेक पैघ नै भेल छेँ बाउ मे मूलधाराक मनोवृत्तिकेँ हास्यक माध्यमसँ देखाओल गेल अछि। एमबियेन्स मॉल कैम्पसक मिस्त्रीक खिस्सा किताबी आ जॉब आधारित ज्ञानक द्वैधकेँ देखबैत अछि। यातायात निअम मे कानूनक प्रति लोकक धारणा, जातिवादी मराठी मे लोकक दोगलापनी आ थेथर मनुक्ख मे मनुक्खक नियतिपर चर्चा भेल अछि। नव-सामन्त मूलधाराक ऐंठीकेँ वर्णित करैत अछि। भोटमे एलेक्शनक छल-प्रपंच वर्णित अछि। मसुआइ मे विभिन्न क्षेत्रक खान-पानक सांस्कृतिक अन्तर आ अनेरे उठाओल जायबला नैतिकताक प्रश्न देखाओल गेल अछि। साइबेरिया कैम्प साइबेरियाक व्यापार-उद्योगक कथा थीक। मीत भाइ शृंखलामे सभ गामक मीत भाइक हँसी, छल-छद्म आ निश्छलता, सभटा वर्णित अछि। बिहारी मजदूरीक पर्यायवाची भऽ गेल अछि, साइंस पढ़ाइ व्यवस्थापर टिप्पणी अछि, कोटा जे कोचिंगक हब छिऐ, ततऽ २०२२ मे बाइस टा विद्यार्थी आत्महत्या कऽ लेलक। फिल्डिंग खेलक प्रति दृष्टिकोण, स्किल काज केनिहारक दुर्गति आ डिसीप्लीन ब्यूरोक्रेसीक कारी अंग्रेजपर टिप्पणी अछि। ऐमे किछु नब आ किछु परिवर्द्धित बीहनि कथा देल गेल अछि।
-गजेन्द्र ठाकुर
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