You can access the distribution details by navigating to My Print Books(POD) > Distribution
"विदेहक जीवित लेखक-सम्पादक, आन्दोलनी, सार्वजनिक जीवन जीनिहार, कला-संगीत-रंगमंचकर्मी आ रंगमंच-निर्देशक पर विशेषांक शृंखला"
विदेह अरविन्द ठाकुर विशेषांक
स्वतंत्रचेता- अरविन्द ठाकुर: व्यक्तित्व-कृतित्व (सम्पादक आशीष अनचिन्हार) [विदेह अरविन्द ठाकुर विशेषांकक प्रिण्ट रूप]
विदेह जगदीश चन्द्र ठाकुर अनिल विशेषांक
विदेह रामलोचन ठाकुर विशेषांक
विदेह राजनन्दन लाल दास विशेषांक
विदेह रवीन्द्र नाथ ठाकुर विशेषांक
विदेह केदार नाथ चौधरी विशेषांक
विदेह प्रेमलता मिश्र प्रेम विशेषांक
विदेह शरदिन्दु चौधरी विशेषांक
विदेह कला-विमर्श विशेषांक (सन्दर्भ- संजू दास, कृष्ण कुमार कश्यप, शशिबाला, एस.सी.सुमन आ श्वेता झा चौधरी)
विदेह रचनाकार अशोक विशेषांक
विदेह राम भरोस कापड़ि 'भ्रमर' विशेषांक
विदेह अपन जीवित लेखक-सम्पादक, आन्दोलनी, सार्वजनिक जीवन जीनिहार, रंगमंचकर्मी आ रंगमंच-निर्देशक पर विशेषांक शृंखलाक अन्तर्गत (१)अरविन्द ठाकुर, (२)जगदीश चन्द्र ठाकुर अनिल, (३)रामलोचन ठाकुर, (४) राजनन्दन लाल दास, (५)रवीन्द्र नाथ ठाकुर, (६) केदार नाथ चौधरी, (७) प्रेमलता मिश्र 'प्रेम', (८) शरदिन्दु चौधरी, (९) रचनाकार अशोक आ (१०) राम भरोस कापड़ि 'भ्रमर' विशेषांक निकालने अछि। ऐ १० मे सँ रामलोचन ठाकुर, राजनन्दन लाल दास आ रवीन्द्र नाथ ठाकुर आब हमरा सभक बीच नै छथि। शेष ७ गोटे माने (१)अरविन्द ठाकुर, (२)जगदीश चन्द्र ठाकुर अनिल, (३) केदार नाथ चौधरी, (४) प्रेमलता मिश्र 'प्रेम', (५) शरदिन्दु चौधरी, (६) रचनाकार अशोक आ (७) राम भरोस कापड़ि 'भ्रमर' केर स्टेटस विदेहमे 'लाइफटाइम फेलो' सन रहत। ओ अपन नव रचना (कथा, कविता बा कथेतर गद्य-पद्य) बा नव पोथी बा नव प्रोडक्शन [रंगमंच, सड़क नाटक बा अन्य कोनो (ऑडियो-विजुअल सहित)] जे विशेषांक निकललाक बादक हुअय बा विदेहपर नै हुअय पठा सकै छथि। ओकर हम समीक्षा सहित ई-प्रकाशन करब आ ओइपर पाठक, स्रोता, द्रष्टाक मध्य सम्वादक प्रारम्भ लेल प्रस्तुत करब।
"विदेहक जीवित लेखक-सम्पादक, आन्दोलनी, सार्वजनिक जीवन जीनिहार, कला-संगीत-रंगमंचकर्मी आ रंगमंच-निर्देशक पर विशेषांक शृंखला" क चयन प्रक्रियाक विधि निम्न प्रकारसँ अछि।
निअम:
१) लगभग पाँच-छह मास पहिनेसँ विदेह अपन पाठककेँ सुझाव देबा लेल लेल सूचना दैत अछि।
२) आएल सुझावमेसँ विदेह मात्र जीवित लोकक चयन करैत अछि।
३) ऐ सभ लोकक लेखन/ काज एवं आचरणक साम्यता देखल जाइत अछि। जिनकर लेखन/ काज ओ आचरणमे बेसी साम्यता (कम फाँक) भेटैए तेहन छह टा नाम चयनित होइत अछि।
४) छह नाम एलापर ई तुलना कएल जाइत छै जे ई छहो गोटेकेँ लेखन/ काजक एवजमे समाजसँ की भेटलनि।
५) जिनका सभसँ कम भेटल बुझाइत अछि तइ तीन लोककेँ अगिला चरण लेल राखि लेल जाइत अछि।
६) ऐ तीन चयनित जीवित लोकक रचना, काज आ उद्देश्य आदिक बीचमे परस्पर तुलना कएल जाइत अछि।
७) अंतिम रूपसँ विदेह द्वारा एकटा नाम चुनि सालक अंतमे घोषणा कएल जाइत अछि आ नियत समयपर ई विशेषांक निकालबाक प्रयास कएल जाइत अछि।
प्रश्न उठि सकैए जे की ऊपरका निअम एहन छै जइमे अंतिम रूपसँ सभ सुयोग्य जीवित लोक केर चयन समयपर भ़ऽ जेतनि? तऽ एकर उत्तर छै नै। विदेहक पाठक लग सेहो अपन सीमा छनि। मुदा अही सीमाक संगे हमरा सभकेँ अपन बेस्ट देबाक अछि आ मैथिली लेल एकटा एहन रस्ता बना देबाक छै जइसँ आबय बला ५००-६०० बर्खक साहित्य विदेहक लीकसँ प्रेरणा पाबय।
अही विचारक संग विदेह ओहन संस्था, पत्रिका, लेखक, कलाकार, स्वयंसेवी बा सार्वजनिक जीवन जीनिहारपर अपन धेआन सेहो केंद्रित कऽ रहल अछि जे सुयोग्य छथि मुदा जिनकापर विदेहक विशेषांक कोनो कारणवश नै प्रकाशित भऽ सकल। एकर नाम भेल विदेहक "नित नवल सिरीज", जकर विवरण नीचाँ "नित नवल सिरीज"मे देल जा रहल अछि।
-गजेन्द्र ठाकुर, सम्पादक विदेह, whatsapp no +919560960721 HTTP://VIDEHA.CO.IN/ ISSN 2229-547X VIDEHA
Currently there are no reviews available for this book.
Be the first one to write a review for the book विदेह रचनाकार अशोक विशेषांक.