You can access the distribution details by navigating to My Print Books(POD) > Distribution
बँगला किशोर साहित्य में भूतिया एवं डरावनी कहानियों का एक बड़ा खजाना उपलब्ध है। हेमेन्द्र कुमार राय रचित ऐसी ही एक कहानी 'प्रेतात्मार प्रतिशोध' का हिन्दी अनुवाद 'प्रेतात्मा का प्रतिशोध' नाम से प्रस्तुत किया जा रहा है।
Currently there are no reviews available for this book.
Be the first one to write a review for the book Pretatma ka Pratishodh.