लेखक के विषय में:-
असि. प्रोफेसर निशान्त कुमार सक्सेना (पार्थ), यूजीसी नेट परीक्षा उत्तीर्ण, एम० ए०, एम०बी०ए एवं बारह विविध शैक्षिक डिग्री, डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट प्राप्त लेखक तथा रिसर्चर हैं। आप वर्तमान में डिग्री कॉलेज में नियुक्त हैं।
पुरस्कार तथा सम्मान:-
माननीय प्रधानमंत्री जी के सानिध्य में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, संस्कृति मंत्रालय, एन०आई०ए, आयुष मंत्रालय, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान समेत आपको शिक्षा तथा साहित्य में 26 पुरस्कार तथा सम्मान प्राप्त हो चुके हैं।
प्रकाशित रचनाएँ:-
परिपूर्ण शिक्षा (नई शिक्षा व्यवस्था माॅडल आधारित पुस्तक),
पार्थ के बाण (काव्य संग्रह),
विचारों के अस्त्र (काव्य संग्रह),
विश्व गुरु बनना है तो (राजनीति एवं कानून आधारित पुस्तक),
मनुहार (साझा काव्य संग्रह),
नारी तू नारायणी (साझा काव्य संग्रह),
हरे हरे (वर्ल्ड रिकार्ड, अनुप्रास अलंकार की सबसे लम्बी कविता Prestigious Book of World Records में दर्ज),
अवंती 2 (साझा काव्य संग्रह),
वालिदा (साझा काव्य संग्रह),
दिव्या (साझा काव्य संग्रह),
टारगेट वर्ल्ड बुक (साझा काव्य संग्रह),
कविता "भारत महान" (उत्तर प्रदेश सरकार की "साहित्य भारती" पत्रिका में संकलित)
10 वर्षों से आप शिक्षा, साहित्य, समाज एवं राष्ट्र सेवा में समर्पित हैं तथा स्वामी विवेकानन्द संस्कृति समिति (भारतीय विवेक सेना) के अध्यक्ष हैं।
E-mail: nishantdasparth777@gmail.com
ISBN: 9789334372243
Publisher: Self Published By Nishant Kumar Saxena
Number of Pages: 24
Dimensions: 5"x8"
Interior Pages: B&W
Binding:
Paperback (Saddle Stitched)
Availability:
In Stock (Print on Demand)