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Bachhon Ki Duniya

Baal Kavya
Priyanka Saurabh
Type: Print Book
Genre: Children
Language: Hindi
Price: ₹250 + shipping
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Description

बचपन की दुनिया — प्रियंका सौरभ द्वारा रचित एक अद्भुत बाल काव्य संग्रह

"बचपन की दुनिया" प्रियंका सौरभ द्वारा रचित 80 बाल कविताओं का एक अनमोल संग्रह है, जो बच्चों की मासूम दुनिया, उनकी कल्पनाओं, उत्सवों, खेलों और प्रकृति से जुड़ी उनकी सहज संवेदनाओं को सुंदर शब्दों में पिरोता है। हर कविता मात्र 16 पंक्तियों की है और चार-चार पंक्तियों के बाद स्थान देकर प्रस्तुत की गई है ताकि बच्चों को पढ़ने में सरलता और रुचि बनी रहे।

इस संग्रह में चिड़ियों की सभा से लेकर स्कूल के पहले दिन तक, तितली की उड़ान से लेकर दादी की कहानी तक—हर कविता बचपन की मीठी गूंज बन जाती है। शब्दों में न तो भारीपन है, न ही कठिन भाषा, जिससे यह पुस्तक 4 से 12 वर्ष के बच्चों के लिए आदर्श बनती है।

विशेषताएँ:

80 कविताएँ, प्रत्येक में 16 पंक्तियाँ

रंग-बिरंगी कल्पनाओं और नैतिक सन्देशों का समावेश

सरल, सरस और लयबद्ध भाषा

बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए समान रूप से उपयोगी

प्रियंका सौरभ, एक संवेदनशील कवयित्री और पत्रकार, इस संग्रह के माध्यम से बचपन के उन क्षणों को जीवित करती हैं जो आधुनिक जीवन में कहीं खोते जा रहे हैं। यह कृति न केवल बच्चों को पढ़ने के प्रति प्रेरित करती है, बल्कि उन्हें नैतिकता, प्रकृति प्रेम और पारिवारिक मूल्यों से भी जोड़ती है।

About the Author

प्रियंका सौरभ एक संवेदनशील कवयित्री, स्तंभकार और स्वतंत्र पत्रकार हैं, जो समकालीन सामाजिक मुद्दों, स्त्री संवेदना और बाल साहित्य के क्षेत्र में अपनी अनूठी लेखनी के लिए जानी जाती हैं। हरियाणा के हिसार से संबंध रखने वाली प्रियंका की लेखनी में ग्रामीण अनुभवों की सादगी, शहरी जटिलताओं की समझ और मानवीय मूल्यों की कोमल अभिव्यक्ति एक साथ दिखाई देती है।

अब तक उन्होंने नौ पुस्तकें प्रकाशित की हैं, जिनमें से कई को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सराहना मिली है। "बचपन की दुनिया" प्रियंका सौरभ की बाल साहित्य के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिसमें वे 4 से 12 वर्ष के बच्चों के लिए 80 लयबद्ध, नैतिक शिक्षाप्रद और कल्पनाशील कविताएँ प्रस्तुत करती हैं।

प्रियंका का मानना है कि — "बचपन की जड़ों में ही भविष्य की शाखाएँ फलती हैं, और कविता इन जड़ों को पानी देने का सबसे सहज माध्यम है।" यही सोच उन्हें बाल साहित्य के प्रति समर्पित बनाती है।

Book Details

ISBN: 9788789899008
Publisher: Rk Features
Number of Pages: 101
Dimensions: 5.5"x8.5"
Interior Pages: B&W
Binding: Paperback (Perfect Binding)
Availability: In Stock (Print on Demand)

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