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यह किताब पुरुषोत्तमजी चांडक के डायरी के पन्नो में मिलनेवाले कविताओं का संग्रह है - एक संग्रह जो केवल शब्दों को पारंपरिक रूप से पारित करता है और जीवन के जटिल जाल के बारे में सिखाता है। इस किताब का हेतु केवल और केवल मनोरंजन है।किसी भी भावनाओ को ठेस पहुंचाने का कोई हेतु नहीं है।
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