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प्रस्तुत कथा संग्रह “कुछ अनकही.. कुछ अनसुनी...” पाँच अनोखी कहानियों का संकलन है| इसकी प्रमुख विशेषता ये है कि इन कहानियो में अंतर्मन की अतल गहराईयों की रहस्यमयी भावनाओं को व्यक्त करने का प्रयास किया गया है| ऐसी भावनाएँ जिन्हें किसी से कहना सुनना तो दूर, खुद भी याद करने में लोग अक्सर हिचकते है, मगर जिसे जानने की ललक हर जिज्ञासु ह्रदय में हमेशा ही बनी रहती है|ये संकलित कहानियाँ एक दुसरे से बिलकुल पृथक है और ह्रदय के अलग-अलग भावों को दर्शाती है| नि:संदेह ये कथा संग्रह पाठक गण की दिलचस्पी को अंतिम पृष्ट तक जागृत रखेगी और इन कहानियों का असर एक लम्बे समय तक उनके दिलो-दिमाग पर बरक़रार रहेगा|
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