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बदन की घिसाई

Badan Ki Ghisai
RTJD
Type: Print Book
Genre: Poetry
Language: Hindi
Price: ₹132 + shipping
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Description

"बदन की घिसाई" शरीर और रूह के बीच संघर्ष की एक जीवंत दास्तान है। जहाँ बदन जीवन की पीड़ा और बाधाएँ है, वहीं रूह वह मरहम है जो आशा और हिम्मत देता है। यह किताब हर उस इंसान की कहानी है, जो अपने सपनों को पाने के लिए कठिनाइयों और मुश्किल हालातों से लड़ता है। कविता की पंक्तियाँ अनजान सड़कों पर, रात की तन्हाई में और असल जिंदगी की ठोकरों से जन्मी हैं। यह सिर्फ लेखक की नहीं, बल्कि उन सभी की दास्तान है जिन्होंने अपनी राह खुद बनाई और सपनों के लिए जूझे। सरल लेकिन सटीक शब्दों में बुनी यह रचना पाठक को भीतर तक छू जाती है और बताती है कि बिना संघर्ष के कोई मंज़िल नहीं मिलती।

About the Author

आरटीजेडी मध्य प्रदेश के देवली जैसे छोटे गांव से तालुक रखते है, ये कहानीकार, कंटेंट क्रिएटर और उभरते हुए उपन्यासकार हैं, जिनकी रचनाएँ रहस्य, पौराणिक कथाओं और लोककथाओं को दिलचस्प अंदाज़ में पिरोती हैं। पिछले कुछ वर्षों में, आरटीजेडी ने कई मंचों पर कहानियों और लेख प्रकाशित किए हैं, और प्रतिलिपि उनमें से एक है। उनके शब्द पाठकों के एक व्यापक वर्ग तक पहुँचे हैं जो उनकी कल्पनाशील शैली से जुड़ते हैं।

वह वर्तमान में अपनी उपन्यास श्रृंखला " वीरामणि " पर काम कर रहे हैं, जो छिपे हुए इतिहास, सांस्कृतिक मिथकों और कालातीत आख्यानों की खोज के प्रति उनके प्रेम को दर्शाती है। मुख्यतः हिंदी में लिखते हुए, आरटीजेडी ऐसी कहानियों रचने की आकांक्षा रखते हैं जो परंपराओं को संरक्षित रखते हुए नई पीढ़ी में जिज्ञासा और नई कल्पना को प्रेरित करें।

Book Details

Publisher: Author Rtjd
Number of Pages: 46
Dimensions: 5.5"x8.5"
Interior Pages: B&W
Binding: Paperback (Saddle Stitched)
Availability: In Stock (Print on Demand)

Ratings & Reviews

बदन की घिसाई

बदन की घिसाई

(4.00 out of 5)

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1 Customer Review

Showing 1 out of 1
ulteruniverse 2 months ago

कविता का शीर्षक जस्टिफाइड है

अगर आपके जीवन में संघर्ष और बाधाओं का दबदबा कुछ ज्यादा ही हो जाए, उलझने बढ़ जाए, हिम्मत ख़त्म हो जाए और बेहाल हो तुम तो एक इस किताब को उठाकर पढ़ लेना। बहुत रिलेट करोगे।


एक सच्चा साथी।

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