You can access the distribution details by navigating to My Print Books(POD) > Distribution
"मेरे विचार" एक भावनात्मक और चिंतनशील काव्य-संग्रह है, जिसमें कवि रूपेश रंजन ने आज के शहरीकरण और आधुनिकता के बीच खोते जा रहे गाँवों, प्रकृति, और मानवीय संवेदनाओं को उकेरा है। इस संग्रह की कविताएँ उन अनमोल पलों को याद दिलाती हैं, जब हम खुली हवा में सांस लेते थे, नदियों में नहाते थे, और आकाश में चाँद-सूरज को निहारते थे।
यह पुस्तक न केवल शहरों के अंधाधुंध विस्तार और उसकी जटिलताओं पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर करती है कि क्या विकास केवल बड़े मकान, बड़ी गाड़ियाँ, और चमकते शहरों तक ही सीमित है? कवि सरल शब्दों में उन भावनाओं को व्यक्त करता है, जो हम अक्सर अनदेखी कर देते हैं—खुली हवा, साफ पानी, और गाँव की मिट्टी की खुशबू की प्यास।
इस संग्रह में कविताएँ हमें चेताती हैं कि यदि हमने संतुलित विकास का रास्ता नहीं अपनाया, तो एक दिन हम अपने गाँवों को इतिहास के पन्नों में ही खोजते रह जाएंगे। "मेरे विचार" एक आह्वान है, एक पुकार है—प्रकृति से जुड़े रहने की, शहरीकरण को समझदारी से अपनाने की, और विकास के साथ इंसानियत को जीवित रखने की।
यदि आप शहरी जीवन के प्रभावों पर गहन दृष्टिकोण और विकास के बीच खोते मानवीय मूल्यों को महसूस करना चाहते हैं, तो यह संग्रह आपके दिल को छू जाएगा।
Currently there are no reviews available for this book.
Be the first one to write a review for the book मेरे विचार.