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जब लहरें बोल उठीं

एक आध्यात्मिक प्रेम कथा जो आत्मा की गहराई को छू जाती है
Sanjay Kumar Soni
Type: Print Book
Genre: Literature & Fiction, Romance
Language: Hindi
Price: ₹299 + shipping
This book ships within India only.
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Description

“जब लहरें बोल उठीं” एक आध्यात्मिक प्रेम कथा है—जहाँ प्रेम केवल दो दिलों का संगम नहीं, बल्कि दो आत्माओं का शाश्वत मिलन बन जाता है।

यह कहानी आदित्य और एलेना की है, जिनकी पहली मुलाक़ात समुद्र के तट पर होती है—जहाँ लहरें केवल पानी नहीं, बल्कि जीवन के गहरे संदेश लेकर आती हैं।

समुद्र की गहराई, हवा की खनक और आँखों में छिपी अनकही भावनाएँ—सब मिलकर एक ऐसा प्रेम रचती हैं जो आज के डिजिटल युग में दुर्लभ है।

यह उपन्यास आपको यह सोचने पर मजबूर करता है—

• क्या प्रेम शब्दों से परे एक आत्मिक अनुभव है?
• क्या दो आत्माएँ जन्म-जन्मांतर से बंधी होती हैं?
• क्या प्रेम तूफ़ानों से नहीं, विश्वास से जीतता है?
• क्या दूरी और नियति भी सच्चे प्रेम को रोक सकती हैं?

कहानी में मिलेंगे—

✔ समुद्र किनारे का आध्यात्मिक वातावरण
✔ दो आत्माओं का मौन संवाद
✔ अतीत की परछाइयाँ
✔ नियति की परीक्षाएँ
✔ तूफ़ान, दूरी और अग्निपरीक्षा
✔ और अंत में—आत्मा का संगम

यह किताब केवल पढ़ने के लिए नहीं,
महसूस करने के लिए लिखी गई है।

अगर आपने कभी प्रेम किया है, टूटे हैं, या प्रेम में आध्यात्मिक अर्थ खोजा है—
तो “जब लहरें बोल उठीं” आपके दिल में एक अमिट छाप छोड़ जाएगी।

About the Author

संजय कुमार सोनी राजस्थान के मारवाड़ की धरती से हैं और पेशे से Sales Head रहने के बावजूद उनका हृदय हमेशा मानवीय रिश्तों और आत्मिक प्रेम की खोज में डूबा रहा।

लेखन उनके लिए केवल अभिव्यक्ति नहीं, बल्कि आत्मा की साधना है।

“जब लहरें बोल उठीं” में उन्होंने आधुनिक दुनिया की उलझनों के बीच प्रेम के सच्चे, पवित्र और आध्यात्मिक रूप को बेहद सरल और गहरे शब्दों में प्रस्तुत किया है।

उनकी समझ यह मानती है कि—

प्रेम शरीर का नहीं, आत्मा का संगीत है।

उनका लेखन सादगी, आध्यात्मिकता और भावनाओं की गहराई का अनोखा संगम है।

Book Details

ISBN: 9789355924223
Publisher: Sanjay Kumar Soni - Self Publishing
Number of Pages: 125
Dimensions: A5
Interior Pages: B&W
Binding: Paperback (Perfect Binding)
Availability: In Stock (Print on Demand)

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