You can access the distribution details by navigating to My Print Books(POD) > Distribution
चाहत क्या है?
एक अधूरी दोस्ती की मुकम्मल पेशकश।
लेखक: शरद मालिक
क्या कभी किसी को बिना चाहत के चाहा है?
क्या कभी सिर्फ दोस्ती की उम्मीद से दिल जुड़ा है — और बदले में मिला हो तिरस्कार, घमंड, और बदनाम करने वाले अल्फ़ाज़?
यह सिर्फ एक किताब नहीं,
ये उन जज़्बातों की आवाज़ है जिन्हें कभी किसी ने सुना नहीं।
ये उन सच्चे एहसासों की दास्तान है जिन्हें अक्सर मज़ाक समझ लिया जाता है।
“तुम बुरे हो”
“घड़ी मत देना, चुरा लेगा”
“गंदा कर दिया, इसे धो कर दो”
“लात मारूंगी तो सीधा हो जाएगा”
जब ये शब्द एक मासूम उम्मीद पर गिरते हैं, तो चाहत टूटती नहीं, किताब बन जाती है।
चाहत क्या है?
एक लड़के की सादगी की कहानी
उस दर्द का दस्तावेज़ जिसे समाज ने कभी समझा ही नहीं
और उस दोस्ती की सच्चाई जो मोहब्बत से भी ज्यादा पाक थी
अगर आपने कभी किसी को दिल से चाहा हो — बिना किसी लालच, उम्मीद या बदले के —
तो ये किताब आपके लिए है।
हर पन्ना, एक जज़्बात है।
हर शब्द, एक ज़ख्म है।
और आख़िरी लाइन... शायद आपकी भी कहानी।
Currently there are no reviews available for this book.
Be the first one to write a review for the book Chahat kya hai - by Sharad Malik.