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टहनियां

TAHANIYAN
SUBHASH SEHGAL
Type: Print Book
Genre: Poetry
Language: Hindi
Price: ₹230 + shipping

Also Available As

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Description

कहते हैं " जहाँ न पहुंचे रवि, वहां पहुंचे कवि"।

मैं पहुंचा हूँ या नहीं, ये तो पाठकगण बताएँगे ।

पर सोशल मीडिया पर मेरी कविताओं को अद्भुत सराहना मिली है, जिसके लिए मैं अपने पाठकगणों का आभारी हूँ।

कुछ पाठकगणों ने मेरी कविताओं की तुलना गुलज़ार जी की कविताओं से की है मैं उनका भी आभारी हूँ ।

मेरी कवितायेँ यदि किसी एक व्यक्ति के मन को भी छू गई हों तो मैं स्वयं को धन्य मानूंगा ।

About the Author

सुभाष सहगल एक जाने माने फिल्म मेकर हैं।पूना फिल्म इंस्टिट्यूट से फिल्म संपादन का डिप्लोमा गोल्ड मैडल के साथ हासिल करने के बाद लगभग २५० फिल्मों का संपादन कर चुके हैं।
तीन फिल्मों को राष्ट्रीय पुरुस्कार भी प्राप्त हुआ है।फिल्मफेयर अवार्ड विजेता हैं।लगभग ११ फिल्म पुरुस्कार जूरीस में बतौर मेंबर रह चुके हैं।गुलज़ार के साथ एक धारावाहिक भी बना चुके हैं।
दो फिल्मों का निर्माण/निर्देशन भी कर चुके हैं।कविता लिखना उनकी हॉबी है।

Book Details

Number of Pages: 186
Dimensions: 5.83"x8.27"
Interior Pages: B&W
Binding: Paperback (Perfect Binding)
Availability: In Stock (Print on Demand)

Ratings & Reviews

टहनियां

टहनियां

(5.00 out of 5)

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1 Customer Review

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SUBHASHSEH 6 years, 4 months ago Verified Buyer

Re: टहनियां

"टहनियां",हिंदी कविताओं का संग्रह है जो कि परम पूज्यनीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को समर्पित है

.......

mirror to today's socio political system.Each poem says about what is happening around us.You will identify with the content immediately.

Many people have complemented the poet that his poetry is as mature as that of Gulzar. He very humbly takes this as a big complement.

From a farmer commuting suicide to a soldier sacrificing his life for Matrubhoomi/From a corrupt political system to Terrorism in the country/From a cunning & ill intended neighbour like Pakistan/From a love story to a relationship.....you name it & you will find an excellently written poem in this collection.Enjoy reading it.

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