इन मर्मस्पर्शी कविताओ के साधुवाद! किसी के लिए विश्वास करना मुमकिन नही कि यह आपका पहला प्रयास है. बिल्कुल मंझी हुई लेखनी की कृति लगती है. बात व्यक्तिगत लग सकती है पर ऐसा मह्सूस हो रहा है कि इन कविताओं में उभरा दर्द आपकी निज़ी ज़िंदगी से प्रेरित है. काश इन कविताओं के लिए मैं पेंसिल स्केच कर पाता. सुनिता जी, अपने अगले प्रयास में मुझे अवश्य याद करेंगी. -राजेश मो.9835419216
A very well written book.Poems are refreshing and meaningful.The author provides a deep insight to the myriad of human emotions.Great book to read for hindi enthusiasts.Well done!
Re: Sagar Ke Sapne
इस संकलन को पढ़कर आनंद आ गया. अनुभूतियां जो कही बताई बातें कहें और फिर भी रोचक और नयी लगें, ये प्रतिभा कवयित्री में है. साधुवाद और भविष्य की शुभकामनाएं।