सुनीता सिंह वर्तमान में उत्तर प्रदेश के निर्वाचन विभाग में सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। इनका जन्म गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ है। इनके पिता का नाम स्व. श्री जनार्दन सिंह तथा माता का नाम श्रीमती छवि सिंह है। पति श्री दिनेश कुमार सिंह तथा दो पुत्र आर्युष और आर्यन हैं। इन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र विषय में परास्नातक करने के बाद दो वर्ष तक कराधान से संबंधित विषय पर शोध कार्य और उस दौरान बजट पर राष्ट्रीय सेमिनार में प्रतिभाग कर लेख/पत्र प्रस्तुत किया है। शासकीय कार्यों के बाद अतिरिक्त समय में इन्हें हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों भाषाओं में कविताएं, लघु कथाएं, गीत, नवगीत, दोहा, गजल, नज्म और ऐतिहासिक फिक्शन आदि लिखने में रुचि है।इनकी अब तक पंद्रह पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इन्हें साहित्य के क्षेत्र में अनेक पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं जिनमें उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा वर्ष-2018 का सूर पुरस्कार, उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान की ओर से दीर्घकालीन साहित्यिक सेवा (हिन्दी पद्य) हेतु वर्ष 2018-2019 का सुमित्रानंदन पंत पुरस्कार,अखिल भारतीय साहित्य परिषद द्वारा 2020 में "साहित्य परिक्रमा सम्मान", एशियन लिटरेरी सोसाइटी द्वारा तीसरा सागर मेमोरियल बाल साहित्य,इण्डियन वुमन अचीवर्स अवार्ड- 2020, (लिटरेचर कैटिगरी),तीसरा वर्डस्मिथ साहित्य पुरस्कार- 2020, इण्डियन वुमन राइजिंग स्टार अवार्ड, 2021,गीत संग्रह "ओस की बूँदें" बेस्ट पोएट्री बुक,WEAA वुमन एक्सीलेंस अचीवर अवार्ड, 2020",FSIA द रियल सुपर वुमन अवार्ड, 2020", विश्व हिन्दी लेखिका मंच द्वारा “कल्पना चावला मेमोरियल अवार्ड, 2020", आगमन साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था द्वारा"तेजस्विनी वुमन ऑफ़ इंडिया" अवार्ड, 2021,भारत अवार्ड फॉर शार्ट स्टोरी- इंटरनेशनल, 2021, हेतु आयोजित प्रतियोगिता में अन्तर्राष्ट्रीय ज्यूरी द्वारा दसवें स्थान पर चयनित आदि प्रमुख हैं।