You can access the distribution details by navigating to My Print Books(POD) > Distribution

Add a Review

उषा-बिम्ब

श्रीमती उषा “रानी” झा
Usha Rani Jha
Type: Print Book
Genre: Poetry
Language: Maithili
Price: ₹189 + shipping
This book ships within India only.
Price: ₹189 + shipping
Dispatched in 5-7 business days.
Shipping Time Extra

Description

उन्नत समाजिक परिकल्पना में सांस्कृतिक सम्पन्नता के विशेष स्थान मानल जाइत अछि। मैथिली समाज के एहि दृष्टि स बहुत बेसी उन्नत मानल जाइया। मिथिला प्राचीन काल सS अपन सांस्कृतिक विरासत के अक्षुण्ण रखने अछि। लोकाचार बात-बिचार भाषा-लिपि पावनि-तिहार, गीत-नाद, चौल-उपराग आ बाकियो बहुत किछु छै। कोनो एहन विधा नई जाहि स हमर समाज बंचित रहल हो।
शहरीकरण और भौतिकतावादी एहि समय में सब से खराब स्थिति समाज में अही (सांस्कृतिक)पक्ष के भेल अइछ। समाज में व्याप्त आजुक होड में पलायनवादी प्रवृत्ति घर केने जा रहल अछि जहि सS सांस्कृतिक संरचना के उपेक्षा कयल जाइया। कतेको उदाहरण अईछ जे पावनि-तिहारक उपेक्षा करबा लेल आजुक नवका पीढ़ी विवश भS गेल छथि। एक मात्र छईठ पूजा के टेक रखने छवि बाहरो जा कS। बस। मधुश्रावणी, पंचमी, कोजगरा बरसाईत, सामा चकेबा, सन अनेको पावनि तिहार के बाहर रहनिहार व्यक्ति के परिवार में कोनो चर्चो नई भ पाबैया। अई कमी के हमरा सब के मिलिजुली क मिटेबाक प्रयास करबाक चाही।
जहाँ छी ततहिं मनाऊ।समाजक ईS सरस पक्ष अछि।
बाहर रहनाई आजुक विवशता अछि मानलौं मुदा अपना लोकाचार आS पावनि-तिहारक संग अपन भाषा और अपना लिपि के जीवन्त बना कS रखनाई बहुत आवश्यक अछि।
जरवनहि जागी तरवनहि भोर। आबो अगर हम सब मैथिल अपन दायित्वक प्रति सजग होई तS अपना सांस्कृतिक धरोहर के सिर्फ संरक्षणे नहिं संवर्द्धन से हो कS सकै छी।
श्रीमती उषा रानी झा जी रचित मैथिली गीत संगीत के समेटबाक प्रयास हम पूर्ण मनोयोग सँ केलहु अछि। प्रथम पुस्तक अछि तैं बहुत आस्वस्त नई छी जे हम एहि प्रयास में पूर्णतः सफल छी। पाठकगन ई निश्चित करता।
परमादरणीया श्रीमती झा जी के प्रति सहोदरक स्नेहवश हम आगुओ हुनकर कृति के सुधि पाठक के अनुरोध पर पुस्तकाकार देबाक प्रयास करब। एहि पुस्तकक त्रुटि जे सुधि पाठकगन इंगित करता हम आगू के संस्करण में सुधारबाक प्रयास करब।
अई किताब के नाम सँ स्वतः पता चलबाक चाही जे उषा जी के विचार और भाव के प्रतिबिम्ब अछि हुनक समस्त रचना। आध्यात्मिकता सS ओतप्रोत अछि सब लोक-गीत क सार। जाहि सS प्रत्येक भगवती गीत महेशवाणी एतेक ह्रदयग्राही यS सकह अछि। ईS उषा-बिम्ब हम समस्त मैथिल, मिथिला आ मैथिली के लेल सहर्ष समर्पित कS रहल छी,
सादर!

About the Author

श्रीमती उषा रानी झा के जन्म 1 जनवरी 1951 में रानीपुर, दरभंगा स्थित एकटा सभ्रान्त ब्राह्मण (शिक्षित एवं नौकरी पेशा) परिवार में भेलैन। माता श्रीमती निर्मला देवी एवम् पिता श्री कमल कान्त चौधरी जी के प्रथम सन्तान हेबाक कारण शिक्षा-दीक्षा में ई स्वयं से हो सतत उत्साहित रहली। मात्र तेरह वर्षक अवस्था में हिनकर विवाह श्री अशर्फी लाल झा जी (ग्राम-लोहा कपसिया, मधुबनी) के सब सS छोट पुत्र श्री पुरुषोत्मत झा जी स भेलैन। दू पुत्री एवं एक पुत्र के संग नाती, पोता, पोती सँ परिवार भरल-पुरल छैन्ह। उषा जी परिवारक संपूर्ण दयित्वक संग-संग सामाजिक दायित्वक निर्बहन करैत रहली अछि।
1970 के दशक सँ हिनकर कवित्व और गायन प्रतिभा प्रखर रुप स समाज में गुंजायमान होअय लागल छल, मैथिल समाज में हिनका द्वारा रचित गीत-नाद लोक व्यवहार में प्रचलित भेल। आकाशवाणी दरभंगा के ईS एक टाS लोकप्रिय कलाकार स्थापित रहली। नाटक, लोकगीत और विभिन्न विषय पर वार्त्ता प्रसारित होइत रहल नाकक-पूरा (महेन्द्र मलंगिया द्वारा लिखित) नाटक एहि क्रम में विशेष उल्लेखनीय अछि। हर लोक त्योहार के अवसर पर अपन लिखल आ स्वरबद्ध कयल गीत-संगीत प्रसारित होइत रहल।
उषा रानी झा बिहार और खास क कS मिथिला के गाम-गाम घर-घर में पाबनि-तिहार के अवसर पर गीत गाइन सब के याद रहै छथिन।
तथापि हमर ईS प्रयास अछि जे हिनकर रचना सब के (गीत) पुस्तकाकार में प्रस्तुत कयल जाय। लोक व्यवहार हेतु ई एक टा आवश्यक पक्ष हैत। हजारो गीत अछि हिनकर रचना में शामिल परन्तु अई पुस्तक में हम किछुए के लिपिबद्ध क सकलहुँ अछि। पुनः पुनः कोशिश जारी रहत।
परमादरणीया उषा रानी झा मिथिला और मैथिल समाज के अपना गीत संगीत सS ऋणी कयने छथि।

Book Details

ISBN: 9782305918020
Number of Pages: 112
Dimensions: 6"x9"
Interior Pages: B&W
Binding: Paperback (Perfect Binding)
Availability: In Stock (Print on Demand)

Ratings & Reviews

उषा-बिम्ब

उषा-बिम्ब

(Not Available)

Review This Book

Write your thoughts about this book.

Currently there are no reviews available for this book.

Be the first one to write a review for the book उषा-बिम्ब.

Other Books in Poetry

Shop with confidence

Safe and secured checkout, payments powered by Razorpay. Pay with Credit/Debit Cards, Net Banking, Wallets, UPI or via bank account transfer and Cheque/DD. Payment Option FAQs.