Epiphanies- Apurv Singh
पल दो पल
उन्मुक्त काव्यांजलि
आज तुम्हारी याद आई
Analia
माना की तुम ख्वाब हो
चंद सांसें जिन्दगी
जाने कौन डगर अब ठहरें
अनुरक्त
याद बन कर रह गए
वक़्त तो लगता है
कभी कभी राहों में
काव्यांश जिजीविषा
savan ki Barish
Singledom
Sanjh ki Gujarish
Aasman Rang Badlega
Mehndi of Rahi
yatharth k phool
Sneh Ke Panne
Shandsimrit Vol-1 (Hardbound)
An Afternoon with Self
IN THE SILENCE OF GOODBYE
Vibhinn Vishay