INDU SANCHETANA
Jivan Parichay - Dr. Kumar Vishwas
बहुत प्रिय नाम गोविंदा
Kaavya Sangrah - Dr. Kumar Vishwas
मरुतृण साहित्य पत्रिका
प्रीति कारण सेतु बान्हल
प्रीति कारण सेतु बान्हल Redefining Maithili