परमहंसप्रिया
श्रीनृसिंहविज्ञापनम्
श्रीमद्भगवद्गीता
श्री
जय श्री
श्रीकृष्ण के प्रिय बनिए
श्री राम मंदिर काव्य यात्रा
नित्यबोध
दर्द और ख्वाब - कविता संग्रह
सम्भावना - A Poetry Book Of 21st Century
सनातन धर्म अधिष्ठाता श्री सीताराम
अंजन
फरिश्ते
पुरुषोत्तम श्रीकृष्ण के प्रिय बनें पुरुषोत्तम मास में
ठहरो अभी तो जीना शुरू किया है
प्रभु का (शिकारी) श्वान रूप
संवेदना