Analia
Critical and Creative Thinking in Science
Films and Shows in Bombay - 1931
Films and Shows in Bombay - 1932
Films and Shows in Bombay - 1933
It was a cheerful life
Mehfil
SEISMIC
Sher-O-Shayari
THE MAN WHO KILLED EVERYONE
Vigyan: Tarkik aur Rachnatmak Soch
अनुरक्त
आज तुम्हारी याद आई
उन्मुक्त काव्यांजलि
कभी कभी राहों में
काव्यांश जिजीविषा
चंद सांसें जिन्दगी
जाने कौन डगर अब ठहरें
पल दो पल
माना की तुम ख्वाब हो
मैं अनजान सफर का राही
याद बन कर रह गए
वक़्त तो लगता है
साइंस के डायग्राम