शब्दों की कड़ाही से
मुंडेर पर बैठी कवितायेँ
भेलपुरी
बयार
पगडंडियां
दिल की अलमारी से
तिनके
टहनियां
झंकार
जिज्ञासा
गीतिका
उदगार
इक कलम चली
आहट अंतर्मन की