শেষ চিঠির উত্তর (Shesh Chithir Uttor)
हे मानवता ! तुझको शत-शत बार नमन है
हे मानवता ! तुझको शत-शत बार नमन है
हरे हरे (Hare Hare) अनुप्रास अलंकार की सबसे लम्बी कविता
मेरी भावनाएं मेरी कविताएं(Meri Bhavanayen, Meri Kavitanyen)
पहला कदम उठाना होगा ( Pehla Kadam Uthana Hoga )