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किशोरावस्था एवं युवावस्था के दौरान लिखी गयी मेरी कविताएं, क्षणिकाएं, गजलें एवं रुबाईयाँ। साथ में, बँगला कवि सुकान्तो भट्टाचार्य की सात कविताओं का हिन्दी अनुवाद और मिर्ज़ा ग़ालिब के चुनिंन्दा शेरों के ताने-बाने पर बुनी एक काल्पनिक कहानी।
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