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ख्वाबों की जिंदगी 63  कवितायें

ख्वाबों की जिंदगी 63 कवितायें

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Murli Srivastava 3 years, 6 months ago Verified Buyer

शानदार राईटर की बेहतरीन बुक

वाह क्या लिखते हैं मुरली जी ,
सालों से पढ़ रहा हूँ । एक से बढ़ कर एक कवितायें , दिल छू लेती हैं ।
जब वो लिखते हैं तो लगता है आज की बात कह रहे हैं । ऐसे ही पूरी पुस्तक भीतर तक मन में बस जाती है ।
मिलने को चले,
और मिल भी लिए,
लेकिन,
कौन, किससे,
कब और कैसे,
नजर मिलाये,
यह सवाल अधूरा सा,
मिलन के बीच में हमेशा खड़ा रहा।