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यन्त्र-मन्त्र-तन्त्र अंधविश्वास..!!!
साधारण भाषा में, जिसकी क्रियाविधि का हमें ज्ञान ही नहीं और उसका प्रभाव कदाचिद् हमारे समक्ष प्रकट हो जाये, तब वे लोग जिन्होने स्वयं उसको नहीं देखा, उसको महज अंधविश्वास से ज्यादा कुछ और नहीं समझेंगे ।
वर्षों पूर्व जब हवाईजहाज, बिजली, टेलीफोन आदि की बात चला करती थी तो लोग इस पर विश्वास ही नहीं किया करते थे और प्रयोग से जुड़े लोगों को पागल कहा करते थे ।
आज के युग में यन्त्र मन्त्र तन्त्र को महज ढोंग ढकोसला अंधविश्वास माना जाता है क्योंकि इनकी सिद्धि की क्रिया विधि लोगों को ज्ञात नहीं और बिना क्रिया विधि के यह जाग्रत हो जायें, यह मुमकिन नहीं ।
इसी बात का फायदा लोभी जनों ने उठाया और यन्त्र मन्त्र तन्त्र विद्या के नाम पर लोगों को लूटना आरम्भ कर दिया । जब अन्य लोगों ने लुटे हुये लोगों की स्थिति देखी तो लुटे हुये लोगों के साथ साथ स्वयं ने भी...
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