भाई व मित्र अनुपम की मनरागिनी का यह पहला संस्करण है,
मैं उनको तहे दिल से धन्यवाद व अग्रिम बधाई देना चाहूंगा,
मित्र अनुपम की लगन से यह अपार सफलताओ को छुएगी,
एक पुत्र यह पत्रिका अपनी मां को समर्पित करता है |
भाई को शुभकामनाएं
मनरागिनी" केवल एक पत्रिका नहीं, बल्कि शब्दों का एक जीवंत उत्सव है। यह साहित्य प्रेमियों के लिए एक ऐसा मंच है जहाँ कविता, कहानी, ग़ज़ल और निबंध अपनी पूरी सुंदरता और भावनात्मक गहराई के साथ प्रस्तुत होते हैं।
Awesome Magzine
Thankyou team manragini, I'm overwhelmed to be the part of this ebook. Wishing for the Great success of manragini.