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मुख्य सड़क को छोड़ जैसे ही कार जंगल की ओर मुड़ी, राहुल ने राजू को टोकते हुए कहा, "इसे इतना भी मत पिलाओ कि यह होश खो दे। इसके साथ आगे क्या होने वाला है, इसे पता होना चाहिए।
सुदेश को एक झटका सा लगा। अब उसके साथ आगे क्या होने वाला था?
राहुल ने अपनी जेब से पिस्टल निकाली और हवा में लहराते हुए कुछ क्षणों तक उसे घुमाता रहा।
सुदेश का गला भय से सूखने लगा। उसने किसी तरह गले में फँसे थूक को निगला और कांपते स्वर में बोला,”क्या करने वाले हो इसके साथ?”
राहुल ने बोतल से थोड़ी शराब गिलास में उड़ेली और उसे सुदेश की ओर बढ़ाते हुए कहा, “इस बोतल में जितनी भी शराब है उसे खत्म कर दो ताकि तुम्हारे पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह निकले कि तुम्हारी मौत अत्यधिक शराब पीने की वजह से हुई है।
सुदेश अब अपने दोस्त राहुल से किसी दया की उम्मीद तो नहीं कर सकता था। लेकिन फिर भी, उसके दिल के किसी कोने में एक छोटी सी उम्मीद यह थी कि हो सकता है कि उसकी हर बात मानते रहने से शायद उसे उस पर कुछ दया आ जाए। यही सोचकर वह शराब तब तक पीता रहा जब तक की वह पूरी तरह बेसुध नहीं हो गया।
रंजना एक अप्रतिम सौंदर्य की धनी युवती थी। उसकी छरहरी काया मानो किसी कलाकार ने उसे बड़ी बारीकी से तराशा हो। उसका दूध जैसा गोरा रंग, सूरज की किरणों में ऐसे चमकता जैसे मानो आसमान से उतरकर कोई परी आई हो। उसकी बड़ी-बड़ी चमकती हुई आँखें, जो किसी को भी दीवाना बना दे। लेकिन उसकी खूबसूरती से अधिक चर्चा उसकी पढ़ाई के प्रति लगन की होती थी।
शक्ति सिंह एक बेहद गोरा और मजबूत कद-काठी वाला नौजवान था। उसमें मासूमियत इतना कूट-कूट कर भरा हुआ था कि जो भी उसे देखता, उसके व्यक्तित्व की ओर आकर्षित हो जाता। उसकी आंखें इतनी गहरी और आकर्षक थीं कि किसी भी लड़की का दिल धड़कने लगे, पर वह हमेशा उनसे दूर रहने में ही अपनी भलाई समझता था।
वह बाहर से जितना भोला-भाला दिखता था, अन्दर से उतना ही निर्दयी था। वह काम को इतनी सफाई से अंजाम देता कि अपने पीछे कोई सबूत न छोड़ता। सुशील कुमार का उसपर सीधा हाथ होने के कारण पुलिस भी बिना किसी ठोस सबूत के उस पर हाथ डालने से कतराती थी।
संजू मानसिक रूप से' विक्षिप्त सी हो जाती है। उसे सबसे ज्यादा दुःख इस बात का होता है कि उसके पति पुलिस में होते हुए भी उसकी बहन रंजना के कातिल को सजा नहीं दिला पा रहे हैं।
लेकिन अंत में उसे न्याय मिलता है। पर कैसे? जानने के लिए पढ़िए उपन्यास अंतिम न्याय जो प्रेम, हिंसा, और रोमांस के इर्द-गिर्द बुना गया है। उपन्यास केवल एक मनोरंजक कहानी नहीं है, बल्कि यह हमें सिखाती है कि कठिन परिस्थितियों में भी हमें अपने भीतर उम्मीद का दीपक जलाए रखना चाहिए।
तो, तैयार हो जाइए इस भावनात्मक और प्रेरणादायक यात्रा में डूबने के लिए, जो न केवल आपको रोमांचित करेगी बल्कि जीवन के प्रति एक नई दृष्टि भी प्रदान करेगी।
यह उपन्यास आपके लिए क्यों है?
जीवन में हमें कभी-कभी ऐसे अनुभवों का सामना करना पड़ता है जो हमें अंदर तक झकझोर कर रख देते हैं। विश्वासघात, धोखा और प्रेम में मिले घाव हमारी आत्मा पर गहरे निशान छोड़ जाते हैं। लेकिन क्या यह दर्द हमें कमजोर बनाता है या हमें और अधिक मजबूत करता है? यही इस उपन्यास की केंद्रीय थीम है।
क्या खास है इस उपन्यास में?
भावनाओं का सजीव चित्रण: प्रेम, विश्वास, धोखा और बदले की भावनाओं को इतनी गहराई से पिरोया गया है कि आप पात्रों के साथ हर खुशी और हर दर्द महसूस करेंगे।
रोमांचक कथा: हर अध्याय में एक नया मोड़ है, जो आपको अंत तक बांधे रखेगा।
जीवन की सीख: यह कहानी न केवल मनोरंजन करेगी, बल्कि आपको यह भी सिखाएगी कि मुश्किल वक्त में कैसे खुद को संभालें और आगे बढ़ें।
न्याय और सत्य की जीत: यह उपन्यास आपको यकीन दिलाएगा कि अन्याय कभी स्थायी नहीं होता—अंततः जीत सत्य और न्याय की ही होती है।
यह उपन्यास क्यों पढ़ें?
अगर आपको भावनात्मक कहानियाँ, रोमांस और रहस्य से भरी कथाएँ, या जीवन में प्रेरणा देने वाले उपन्यास पसंद हैं, तो यह पुस्तक आपके लिए एक आदर्श विकल्प होगी। यह न केवल एक कहानी है, बल्कि जीवन के उतार-चढ़ाव से सीखने की एक प्रेरणादायक यात्रा भी है।
तो क्या आप तैयार हैं इस भावनात्मक, रोमांचक और प्रेरणादायक सफर के लिए? इस उपन्यास के पन्ने पलटिए और खुद को इस अद्भुत कथा में खो जाने दीजिए!
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