You can access the distribution details by navigating to My pre-printed books > Distribution

Add a Review

लफ्ज़ दिल से (eBook)

साझा संकलन
Type: e-book
Genre: Poetry
Language: Hindi
Price: ₹99
(Immediate Access on Full Payment)
Available Formats: PDF

Description

नमस्कार दोस्तों मैं लेखिका सृष्टि शिवहरे यह मेरी नई पुस्तक है जोकि एक साझा संकलन है ! इसमें भारत के कोने कोने से आए लेखकों ने अपनी सबसे ख़ूबसूरत रचना को दिया है ! इस किताब में आपको ढेर सारी प्यार भरी कविताएँ , प्रेमी प्रेमिका संबाद ,शायरी , ग़ज़लें और भी मुख्य विषयों पर विचार पढने को मिलेंगे !
इस पुस्तक का नाम मैंने " लफ्ज़ दिल से " बहुत अनोखा रखा है मेरी बाकी की सारी पुस्तकों जैसे ही ! दिल के एहसासों को खुले मन से बिना किसी शर्त के लेखकों ने इसमें अपनी कविताएँ संजोयी हैं ! जब हम पूरे दिल से कुछ भी लिखते हैं या करते हैं तो उसमे चार चाँद लग जाते हैं और उसकी खूबसूरती और भी बढ़ जाती है ! मेरी प्रत्येक पुस्तक बहुत ही प्रसंशाजनक होती है आतंरिक और बाहिरी दोनों ही तरह से क्योंकि मैं अपनी पुस्तकों का हर छोटा बड़ा काम सब कुछ स्वयं ही करती हूँ !

About the Author

इनका नाम सृष्टि शिवहरे है । महत्वाकांक्षी लेखकों के लिए, सृष्टि शिवहरे एक महान प्रेरणा हैं । इन्होंने 50 से अधिक पुस्तकों में अपने महत्वपूर्ण योगदान के साथ अपना लेख प्रकाशित किया है, इनकी स्वयं को 15 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं जिसमे से आठ संकलन हैं जिनको स्वयं इन्होंने ही संकलित किया है । ये पढ़ाई में होनहार छात्राओं में से एक है , इन्होंने भारत के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय से पढ़ाई पूरी की है और बीएससी में प्रथम श्रेणी प्राप्त की इसके अलावा इन्होंने आई.टी.आई. ( इलेक्ट्रिकल C.O.E ) का डिप्लोमा किया है जिसे भी इन्होंने प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण किया है । इन्हें लेखन के प्रति रूचि अपने पिताजी से मिली ..
इनके पिता स्व. रामहरी शिवहरे जी और माता श्री मति ममता शिवहरे जी हैं । इनके पिताजी ने शायरी, ग़ज़ल और अन्य साहित्यिक कृतियों के गायन से इन्हें प्रोत्साहन दिया । बाल्य काल की उम्र से ही महज छठवी कक्षा से ही इन्होंने कविता लिखना शुरू कर दिया था । ऐसे ही इनकी रुचि लेखन के प्रति बढ़ती गई ।
दुर्भाग्यपूर्ण आज इनके पिताजी इनके साथ नहीं हैं पर वह अपने पिता को आज भी बहुत याद करती है । इनके लेखिका बनने का सपना इनके पिता का ही था जो इन्होंने उस सपने को साकार कर दिखाया । और आगे और बड़ी लेखिका बनने के लिए ये अग्रसर है । और ऐसे लेखकों को जो अपनी कविता प्रकाशित करने का सपना संजोए हैं उनके सपनों को साकार करना इनका मुख्य उद्देश्य है । ये हमेशा नए नए लेखक लेखिकाओं को खोजती रहती हैं जिससे ये उनके सपने को पूरा करने में कुछ सहायता कर सके ।इनके
पिता जी के जाने के बाद इनकी मां ने ही इन्हें लेखन के लिए प्रोत्साहित किया और आज भी करती है ।। इनकी पुस्तकें जो कि स्व संपादित एवं स्वरचित है जो कि वैश्विक स्तर पर हर प्लेटफार्म पर उपलब्ध है।

Book Details

Publisher: SRSD Publication Jhansi
Number of Pages: 177
Availability: Available for Download (e-book)

Ratings & Reviews

लफ्ज़ दिल से

लफ्ज़ दिल से

(Not Available)

Review This Book

Write your thoughts about this book.

Currently there are no reviews available for this book.

Be the first one to write a review for the book लफ्ज़ दिल से.

Other Books in Poetry

Shop with confidence

Safe and secured checkout, payments powered by Razorpay. Pay with Credit/Debit Cards, Net Banking, Wallets, UPI or via bank account transfer and Cheque/DD. Payment Option FAQs.