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₹ 140
किसी निजी संस्थान तथा सरकारी संस्थान में प्रवेश करते ही हमें कार्य वातावरण, क्षमता, गति, गुणवत्ता, उर्जा, तथा सबसे ऊपर वहां के कर्मचारियों के चेहरे के तेज में अंतर दृष्टिगोचर होता है. क्या आप जानते हैं वही व्यक्ति अलग-अलग संस्थानों में अलग-अलग प्रकार से कार्य प्रदर्शन क्यों करता है? सरकारी प्रतिष्टानों के कर्मचारी अपनी कार्य क्षमता से कार्य क्यों नहीं कर पाते? यह पुस्तक वहां के मानव संसाधन प्रबंध से सम्बंधित कमियां तथा उनका समाधान निकलने का एक प्रयास है.
Re: कर्मचारी सबसे बड़ी पूंजी (e-book)
श्रमिक दिवस के अवसर पर यह पुस्तक सीमित अवधि के लिए फ्री टु डाऊनलोड की गयी है. कृपया अवलोकन करें एवं अपने विचार प्रस्तुत करें।