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एक इतिहासकार की उसके शोध के दौरान हत्या हो जाती है। उसके क़त्ल का इल्जाम एक पुरातत्ववेत्ता पर लगता है। पुलिस विभाग उस पुरातत्ववेत्ता को खतरनाक अपराधी समझ कर उसके एनकाउंटर की योजना बना लेता है। दूसरी तरफ हत्यारें भी पुरातत्ववेत्ता के खून के प्यासे हो जाते है। जबकि उस पुरातत्ववेत्ता को पता भी नहीं की ये सब कौन है? और उसके साथ ये सब क्या हो रहा है? ना चाहते हुए भी उसे इतिहासकार की शोध को पूरा करना पड़ता है, ताकि खुद को निर्दोष साबित कर सके। क्या वो खुद को निर्दोष साबित कर पाया? इतिहासकार की शोध क्या थी? इतिहासकार की हत्या क्यों हुई? हत्यारे कौन थे? पुलिस ने पुरातत्ववेत्ता को ही खतरनाक अपराधी क्यों समझ लिया? क्या वो एनकाउंटर कर पाए? इस पुरे घटनाक्रम से नायक कैसे बाहर निकला? शोध का खुलासा होने पर पाठकों के सामने एक ऐसे रहस्य का पर्दाफाश होंगा, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की। पूरी कहानी जानने के लिए पढ़े नितिन शर्मा द्वारा लिखित उपन्यास ‘महाकाल’।
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