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मेरी किताब "मेरी मधुशाला" हिन्दी कविता के महानायक श्री हरीवंश राय बच्चन द्वारा रचित "मधुशाला" से प्रेरित परन्तु बिल्कुल अलग है। तत्व "मदिरा" ही है पर अभिव्यक्ति अलग अलग है। परिस्थितियां अलग अलग हैं। इसिलिये परिकल्पित दृश्य (scene) भी अलग अलग हैं । यह कविता कुल 75 रूबाईयो से संकलित बेहद ही रोचक व रसपूर्ण है । कवितावली "मेरी मधुशाला" के और भी कड़ियां (series) भविष्य मे समय समय पर प्रेषित होती रहेंगी।।
चित्र गूगल से लिया गया है साथ मे निवेदन है कि "शराब पिना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है" ॥
Re: Meri Madhushala (e-book)
बेहद रोचक व रसपूर्ण कवितायें हैं। यह कविता असल मे गाँव मे स्थित मधुशाला को दृस्टाङ्गत करता है। कवि परिकल्पना को सरल शब्दों मे पिरो कर पेश करने की कोशिश किया है॥