चरित्रचित्रण: इस किताब में एक साहसी बच्ची के साथ अनेक भांति के प्राणियों का वर्णन किया गया है। लिखे गए इस रूपक में हर उस सदस्य का उनकी अपनी प्रजाती के आचरण को ध्यान रखते इस नाटक के अनुसार विस्तार से चरित्रांकन हुआ है।
कहानी: लेखक ने कहानी की नीव को बड़े ही मज़बूती से रचा है। कंही पर भी संदेह करने का मौका नही दिया और बड़े ही तीव्रता से कहानी के अंत तक ले गए।
प्रवाह: इस कथा का गठन कुछ इस तरह से हुआ कि शुरू से अंत तक आते आते मन के भावो ने कई रंग बदले। नाटक के हर पहलू को स्पष्ठ और उत्तम तरीके से निभाया गया। बस एक दो महत्वपूर्ण किनारो का कम वृस्तति तरीके से वर्णन हुआ।
ग्रंथन: कहानी को बेहत सोच विचार करके लिखा गया है जिसका सबूत हमे किताब के शुरुवात में ही मिल जाता है। जबकि ये किताब एक दस साल की बच्ची ने लिखी है, इसे पढ़के ये बताना बेहत मुश्किल होगा। अत्यंत खूबसूरती से लिखी गयी कथा है ये।
कुल मिलाकर: बड़े करीने से लिखी गयी एक रोमांचक कथा। विस्तार और चिंताशील चरित्रचित्रण। दिलचस्प कहानी। सुन्दर विचारों का अतिसुन्दर वर्णन।
MY REVIEW IS BASED ON THE ENGLISH VERSION OF THIS BOOK AND I BELIEVE THE SAME HOLDS TRUE FOR THE HINDI VERSION AS WELL !
READ THE FULL REVIEW HERE- https://medium.com/@shraddhamahapatra...
I am still surprised at how a 10-year-old girl can write such a flawless story! Reading this book reminded me of my childhood days and honestly, I needed to read such a book to get out of my reading slump. And now that I got hold of the trick- My dear readers, whenever you wanna get out of a reading slump always choose a children’s book. And start with “Primrose’s Curse”. Truly, it just refreshes your mood and makes you feel light to kick start your reading process on big books again. Now talking about the technicalities -I was intrigued by the book from the very first page. The narration and the beautiful illustrations got me gripped until I finished reading it. Of course, the book is written for kids, so the language is easy to understand and helps you read faster. I loved how the animals were given life in this book; makes it stand out from other books for kids. The character description and the build-up is perfect and adds an extra dimension in understanding the story.
I just can’t appreciate this book enough. It is a highly recommended read, especially for kids and I don’t think you should miss on it. It is a perfect gift for the kids and I am sure they will love it.
And hey, buy it soon ’cause you don’t wanna miss out on the sequel- “PRIMROSE’S DESTINY”
5/5
Authors have written an interesting and convincing plot. Author's narration style is simple and amazing, it's at par to any foreign author. Plot is pretty much explained in the description of book so would concentrate or tell you what's not in description, by reading the book you will get to know more about the protagonist girl, reason for her to be named Primrose, why did she leave her house, how brave is Primrose, how she met her Mystopical Friends, how they help her, whom all she meets in her voyage, how they defeat the evil sorcereretc and more. All characters are well written/built and well handled. Once you start reading you get very interested in the story and don't feel like closing the book till you finish. Enjoyed every bit of reading the story and pictures in book are very colorful.
Story leaves readers with happy and nice feeling.
Pros:
Language used is simple and easy to comprehend.
Cons:
English names in Hindi book felt odd (my personal take/feeling)
Would definitely recommend to all.
मुझे इस किताब का हिंदी संस्मरण काफी पसंद आया| मैंने इसका इंग्लिश संस्मरण भी पढ़ा है और मुझे लगा की हिंदी भी उसी प्रकार से अपने आप में रोचक था जिस प्रकार अंग्रेजी| इसे पढ़कर बचपन की पारी कथा पढ़ने की यादे ताजा हो गयी| यह किताब में बच्चो के लिए ज़रूर रेफेर करना पसंद करूंगी क्यूंकि इस किताब के द्वारा आपके बच्चे को काफी अच्छी सोच और विचार अपनाने में मदद मिलेगी| कहानी की मुख्य किरदार प्रिम्रोस और वुडलैंड जंगल के चमत्कारी जानवर साहस का प्रतीक थे और इन्हे पढ़कर आपके बच्चे में यह सोच जरूर उत्पन होगी की साहस से हर मुसीबत का सामना किया जा सकता है | मुझे कहानी में इस्तेमाल किए गए किरदारों के नाम बहुत ही रोमांचक लगे | एक छोटी सी बच्ची की इस अद्भुद सोच से में काफी प्रभावित हुई हूँ | में इस किताब को बच्चो को पढ़कर सुनाने के लिए ज़रूर कहना चाहूंगी और यदि आप इसे अपने बच्चे को पढ़कर सुनाएंगे तो आपको भी यह काफी पसंद आएगी|
द_बुकिश_ब्लॉग आपका स्वागत करता है ।
Title- Primrose's Curse (Hindi)
Author- Kiara Shankar & Vinay Shankar
Publisher- VIKI Publishing (5 June 2019)
Genre- Children Adventure/Fiction
Pages- 87 pages
Price- 49/-
Edition- Kindle
Language- Hindi
Rating- 5/5
Brief Review:
The Title of the book is attractive as well as up to the mark and innovative.
The Cover of the book with animals and the girl is just more than perfect. You will love this cover.
This book truly defines children adventure.
The language of the book is quite simple in the Hindi version, I don’t know about the English one.
The narration of the whole story is engaging and perfect.
The characters and places have their very unique name, which I loved.
Each character is perfectly defined and strongly built.
The story is full of adventure and you will never get bored reading this.
It is a fast-paced book and you will always be eager to know what follows next.
Strengths:
1.Easy Language
2.Beautiful Cover
3.Apt Title
4.Length
5.Characters
6.Unique Nomenclature
7.Length Of the Book
So Finally, I will recommend this book to everyone.
शीर्षक: प्रिमरोज़ का अभिशाप
लेखक: कियारा और विनय शंकर
शैली: बच्चों की लघु कहानी
प्रारूप: ईबुक
मुझे यह पुस्तक पढ़कर बहुत अच्छा लगा। भावना को केवल शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है। ऐसा लगा कि सब कुछ कीमती, शुद्ध, निर्दोष और नैतिक है, जो मेरे मोबाइल स्क्रीन के माध्यम से अपना रास्ता बना रहा है और सीधे मेरे दिल से टकरा रहा है।
इस लघुकथा पुस्तक को पढ़कर मेरे स्कूल के दिनों की बहुत सारी अच्छी यादें लौट आई। कि जैसे मैं फिर से अपनी कक्षा में वापस आ गई हूँ, अपने हिंदी शिक्षक द्वारा कहे जाने वाले हर शब्द को ध्यान से सुनकर, जो मुझे इस क्रूर दुनिया से बाहर निकालने में कभी असफल नहीं हुआ और कल्पना, मस्ती से भरी दुनिया में, अकल्पनीय मुक्ति।
यह किताब सरल भाषा में एक बहादुर बारह साल की लड़की, प्राइमरोज़ फर्नेटिस की कहानी बताती है, जो समय मिलने पर दुनिया का सामना करने से नहीं हिचकती। वह अपने बीमार पिता की देखभाल करने की अपनी ज़िम्मेदारी के लिए खड़ी है और अपने साहसिक सफर में पूरी तरह से साहस दिखाते हुए, रहस्यमय और चुनौतीपूर्ण तरीके से सभी बाधाओं का सामना करती है।
इस पुस्तक में 'एलिस इन द वंडरलैंड' का एक स्पर्श है जो इसे हर पहलू में पढ़ने और कल्पना करने में अधिक मजेदार बनाता है। अध्यायों के बीच चित्रमय चित्रण आपकी कल्पना को सही रास्ते में मार्गदर्शन करने में मदद करता है, जिससे यह पुस्तक प्रक्रिया में और अधिक आकर्षक हो जाती है।
यह मेरे लिए एक संतोषजनक पढ़ा, सुखद था।
पुस्तक को अभी भी कुछ और संपादन की जरूरत है और कुछ और काम कथा विभाग में किए जाने हैं।
मैं लेखकों को शुभकामनाएं देती हूं और उनके भविष्य की परियोजनाओं के लिए शुभकामनाएं देती हूं।
कहानी एक 12 साल की लड़की प्रिमरोज़ फर्नाटिस का अनुसरण करती है। उसके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, इसलिए वह और उसके भाई, स्टेनली ने अपने पिता का समर्थन करने के लिए काम किया, जो गंभीर रूप से बीमार थे। एक दिन, प्रिमरोज़ जंगल में एक अमृत की तलाश में गई जो उसके पिता को ठीक कर देगा। वहाँ जंगल में वह मिस्टोपिकल से रहस्यमय जानवरों से जा मिली | वुडलैंड जानवरों के इस समूह के बुरी जादूगरनी को हराने में प्रिमरोज़ की मदद की ज़रूरत थी जो वुडलैंड के जानवरों की सभी जादुई शक्तियों को लेने और पृथ्वी के चेहरे से मानवता को मिटा देने पर नरक-तुला थी। उसको एहसास हुआ कि दुनिया को बचाना उसकी किस्मत में है। इस प्रकार उसकी यात्रा शुरू हुई। इस पूरे रोमांच के दौरान, हमें कई ऐसे किरदार मिले, जिनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। हर कोई चाहता था कि दुष्ट जादूगरनी / रानी अच्छे के लिए चले जाएं, वे डर के बिना रह सकते हैं। लेकिन यह यात्रा उन बाधाओं और कठिनाइयों से भरी हुई थी, जिन्हें उन्होंने साहस के साथ दूर किया।
क्या प्रिमरोज़ अपने दोस्तों के साथ दुनिया को बचा सकती है? क्या बुराई पर अछाई विजयी होगा?
यह किताब बिल्कुल जादुई है । कल्पना और कहानी ही पूरी तरह जीवंत है । इसमें शामिल रंगीन चित्र है जो मनमोहक है ।
बच्चों की पुस्तकों को अभिनव माना जाता है और साथ ही साथ उन्हें कुछ अच्छे नैतिक पर भरोसा करवाना चाहिए। उन्हें पता होना चाहिए कि अच्छे कर्मों का हमेशा सम्मान किया जाता है और कोई भी शक्ति किसी बुराई को हमेशा के लिए नहीं छुपा सकती है। प्रिमरोज़ के अभिशाप ने ठीक यही बात सिखाई कि हमदर्दी, मदद, उम्मीद और दया जैसे गुण दुनिया को जीने के लिए एक बेहतर जगह बनाने में एक लंबा रास्ता तय करेंगे।
Re: प्रिमरोस का अभिशाप - Primrose's Curse (Hindi Edition)
I don’t really read Hindi books, and this is one of the rare times when I did.
I believe we are never old enough to read fairy tales, and I love reading them when I can. It brings back the child in me.
This book is written by a 10 year old, which makes it more special.
The book is about a 12 year old girl named Primrose. She lives in a cottage with her father, brother and a horse. She lost her mother to an illness. Things became more difficult when her father had a stroke which paralysed his legs. They were going through financial crisis before and now, situation got worse. Primrose and her brother were the ones left with the burden. One day, Primrose promised her father to get the cure for him. The curse is the nectar of a divine flower. During her journey she encountered some eldritch creatures and the journey looks difficult now.
This book is like every fairy tale is supposed to be. The dreamy start and a happy end. This story is ideal for children as it teaches them important morals. It shows love, care, sacrifice and the team work.
The story was great. The language and narration needs work. The names in the Hindi seem odd. There were a few mistakes in the writing and it needs improvement in that sense.
The illustrations are beautiful and very eye catching. This will for sure attract a child’s attention.
I rated this book a 3/5