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Lakshya ke Siddhant

Ram Bilas Prasad
Type: Print Book
Genre: Literature & Fiction
Language: Hindi
Price: ₹350 + shipping
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Description

मानव जीवन का प्रत्येक क्षण मूल्यवान होता है। जो क्षण बीत जाता है, वह लौटकर नहीं आता है। इसीलिए मनुष्य के लिए यह अति आवश्यक होता है कि वह अपने जीवन के प्रत्येक क्षण के प्रति सचेत रहकर, अपने जीवन लक्ष्य को स्थिर बनाकर, अपने कार्य में लगनशील रहे। तभी उसका प्रत्येक क्षण सार्थक बन सकता है और उसको यथोचित सफलता मिल सकती है। लक्ष्य के प्रति दृढ़ स्थिरता रखने से रास्ते में आने वाली बाधाएं भी धीरे-धीरे अदृश्य होती जाती हैं क्योंकि लक्ष्य की लगन काँटों की परवाह नहीं करती है। जीवन के उद्देश्य को सदैव दृष्टिगत रखकर लक्ष्य के पथ पर निर्बाध गति से और अविचलित भाव से चलने वाला व्यक्ति ही सभी बाधाओं पर विजय प्राप्त करते हुए अपने अभीष्ट लक्ष्य को प्राप्त करता है। चाणक्य ने भी कहा है कि “भाग्य उनका साथ देता है जो कठिन परिस्थितियों का सामना करके भी अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहते हैं।”
इस पुस्तक में लक्ष्य प्राप्ति के विभिन्न सोपानों का विस्तृत वर्णन है और साथ ही लक्ष्य सिद्धि के रास्ते में आने वाली बाधाओं का भी वर्णन विस्तार से किया गया है और उनसे मुक्ति के उपाय भी सुझाए गए हैं। साथ ही मनुष्य में ऐसी कौन-कौन सी विशेषताएं या गुण होने चाहिए, जिसके पालन करने से हमारा दुरूह लक्ष्य भी आसान और प्राप्य प्रतीत होने लगता है और सफलता सामने स्पष्ट दिखाई देने लगती है और धीरे- धीरे व्यक्ति सर्वोच्च शिखर पर पहुँच जाता है। जीवन की छोटी-छोटी घटनाएं और परिस्थितियाँ हमें बहुत कुछ सिखा जाती हैं। इन्हीं सीखों, सूत्रों एवं सिद्धांतों को गहन चिंतन करके अपने में आत्मसात करने से हमारा सामाजिक जीवन सुंदर और आनंदमय बना रहता है और हम अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते चले जाते हैं।
आशा करता हूँ कि यह पुस्तक मनोरंजन के साथ-साथ आपको श्रेष्ठ, चरित्रवान और व्यवहार कला में निपुण बनाकर लक्ष्य की ओर आगे बढ़ाने में प्रेरणादायक सिद्ध होगी।

About the Author

लेखक, राम बिलास प्रसाद, एक यांत्रिक अभियंता हैं। जो एक औद्योगिक संस्थान में 38 वर्ष की सेवा दे चुके हैं और सेवा निवृत्ति के उपरांत शौकिया तौर पर लोगों को कोचिंग और प्रशिक्षण देते हैं। वे मोटीवेशन के बीसों प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर चुके हैं तथा हाई स्कूल स्तर के विद्यार्थियों को गणित और साइंस की कोचिंग देते हैं। लेखक के विचारानुसार, ‘नेतृत्व का अर्थ लोगों को यह सिखाना है कि लोग इस तरह से सोचें, जिस तरह उन्हें सोचने की जरूरत है, ताकि वे जब जो करना है, तब उसे कर सकें। उन्हें जब जो पाना है, उसे वे वक्त पर पा सकें।’ यह लेखक की दूसरी पुस्तक है। पहली पुस्तक “आत्म-उन्नति के सिद्धांत” 2020 में Pothi.com से प्रकाशित हो चुकी है। जो कि पाठकों द्वारा काफी सराही गई है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह पुस्तक “लक्ष्य के सिद्धांत” भी आपको बहुत पसंद आएगी। आशा है आप इस पुस्तक का महत्तम लाभ उठाएंगे, क्योंकि पुस्तकें वास्तव में संस्कार और चरित्र निर्माण के लिए एक सशक्त माध्यम है। एक मोटीवेशनल कोच और ट्रेनर होने के नाते लेखक आपका ध्यान लक्ष्य के नैतिक सिद्धांतों पर खींचकर असाधारण परिणाम हासिल करने में आपकी मदद करना चाहते हैं। मेरी आगामी पुस्तक “आदतों का सिद्धांत” जल्दी ही प्रकाशित होने वाली है।

Book Details

Number of Pages: 224
Dimensions: 5.5"x8.5"
Interior Pages: B&W
Binding: Paperback (Perfect Binding)
Availability: In Stock (Print on Demand)

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