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इस कविता संग्रह में संग्रहित रामरतन भटनागर की करीब साढ़े छ: सौ छोटी कविताऐं, जिन्हें मुक्तक कहना ज्यादा ठीक होगा, उनकी प्रयोगधर्मिता को सामने लाती हैं. । चार-छ: लाइनों में अपनी भावनाओं को सम्पूर्ण गम्भीरता से सामने रख जीवन के प्रति अपना दृष्टिकोण व्यक्त करने की क्षमता एक नया ही अनुभव पाठक के सामने लाता है।
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