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Deh nahin devatv (देह नहीं देवत्व)

Deh nahin devatv (देह नहीं देवत्व)

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Shagun Singh Somvanshi 1 month, 4 weeks ago

अद्भुत,निशब्द... इस उम्र में इतना गूढ़ लेखन.. मां सरस्वती की अनुकंपा हमेशा बनी रहे ,आशीर्वाद

कई कविताएं हृदय को छूती हुई लगी, जिसमें (प्रेम ) शीर्षक वाली कविता मुझे सर्वाधिक पसंद आई। काव्य प्रेमियों को पसंद आएगी। टूटे हुए लोगों को अपने जीवन की गाथा लगेगी..