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शापित प्रेम: एक बदले की गाथा
जब एक लड़का अपने दोस्त के साथ अपने बड़े पापा के घर गाँव लौटता है, तो उसे अंदाज़ा भी नहीं होता कि यह सफर उसकी ज़िंदगी को हमेशा के लिए बदल देगा।
शुरुआत में सब कुछ सामान्य लगता है, लेकिन एक गलती, एक रहस्य… और वह अनजाने में जगा देता है एक ऐसी प्राचीन और भयावह शक्ति को, जो पूरे गाँव के विनाश का कारण बन सकती है।
वह कौन है? यह ताकत उससे क्यों जुड़ी है? और क्या वह इस शाप से बच पाएगा—या खुद इसका हिस्सा बन जाएगा?
प्रेम, प्रतिशोध और रहस्य से भरी इस दास्तान में हर पन्ना आपको सिहरन देगा।
यहाँ प्रेम है, जुनून है, और एक ऐसा अंधकार है, जिससे बच पाना असंभव है।
क्या वह समय रहते अपनी सच्चाई जानकर गाँव को बचा पाएगा…
या यह शाप उसका अंतिम सच बन जाएगा?
इस कहानी का परिचय पढ़ कर लगता हैं कहानी बड़ी ही दिलचस्प होगी। लेखनी में किए गए शब्दों का प्रयोग तथा लेखन का तरीका प्रशंसनीय है। हमें लेखक विजय से ऐसी ही और दिलचस्प कहानियों की आशा रहेंगी।
हॉरर प्रेमियों के लिए यह किताब किसी खज़ाने से कम नहीं।
लेखक की लेखन शैली बेहद परिपक्व और सशक्त है। उन्होंने हॉरर को केवल डराने तक सीमित नहीं रखा बल्कि मनोवैज्ञानिक स्तर पर भी पाठक को झकझोरा है। हर अध्याय सस्पेंस से भरा हुआ है और क्लाइमैक्स तक आते-आते कहानी अपने चरम पर पहुँच जाती है। यह किताब निश्चित रूप से भारतीय हॉरर फिक्शन के प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन तोहफ़ा है।