श्रीमद भगवद गीता - द्वितीय अध्याय
श्रीमद्भगवद्गीता जशी मला समजली
श्रीमद्भगवद्गीता जशी मला समजली
श्रीमद्भगवद्गीता जशी मला समजली भाग १ - अध्याय २ ते ६
श्रीराम का दुनिया को सन्देश-----
संत एवं गुरू और विश्व संत एवं गुरू
सत्य दार्शनिक-दर्शन और कर्म वेदान्त-विकास दर्शन
सत्य धर्म - युग परिवर्तक दृष्टि
सत्य शास्त्र एवं पुराण रहस्य-महर्षि व्यास कला
सनातन धर्म अधिष्ठाता श्री सीताराम
सनातन धर्म अधिष्ठाता श्री सीताराम
समज से प्राप्त ब्रह्मचर्य (संक्षिप्त)
समजपूर्वक प्राप्त ब्रह्मचर्य (संक्षिप्त)
समझ से प्राप्त ब्रह्मचर्य (उत्तरार्ध)
समझ से प्राप्त ब्रह्मचर्य (पूर्वार्ध)