भोगतो त्याची चुक
समजपूर्वक प्राप्त ब्रह्मचर्य (संक्षिप्त)
वर्तमान तीर्थंकर श्री सीमंधर स्वामी
त्रिमंत्र
मानव धर्म
मृत्यूवेळी, आधी आणि नंतर
सेवा-परोपकार
दान
आप्तवाणी-१३ (उत्तरार्ध)
आप्तवाणी-१३ (पूर्वार्ध)
समझ से प्राप्त ब्रह्मचर्य (पूर्वार्ध)
आप्तवाणी-२
SCIENCE, NATURE AND GOD
समझ से प्राप्त ब्रह्मचर्य (उत्तरार्ध)
आप्तवाणी-६
आप्तवाणी-३
गुरु-शिष्य
Just Be
神秘的上帝能量
आप्तवाणी-८
कर्म का विज्ञान
आप्तवाणी-५
आप्तवाणी-४
The Vedic Mantras ( Invoke Miracles)